शिमला: राजधानी शिमला में व्यापारियों की समस्याओं को उठाने की होड़ लग गई है. एक तरफ व्यापार मंडल नगर निगम में भूख हड़ताल पर बैठ गया है वहीं, नई एडहॉक कमेटी ने भूख हड़ताल को ड्रामा करार दिया है और व्यापारियों को गुमराह करने के आरोप लगाए है.
एडहॉक कमेटी के अध्यक्ष कमलजीत ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर कहा कि पिछले सात सालों से व्यापारमंडल व्यापारियों की समस्याओं को उठाने में पूरी तरह से विफल रहा और अब जब चुनाव समिति ने इस कार्यकारणी को भंग किया और एडहॉक कमेटी बना दी तो उन्हें व्यापारियों के हितों की याद आ रही है.
उन्होंने कहा कि एडहॉक कमेटी ने प्रोपर्टी टैक्स ओर कूड़ा शुल्क को माफ करवाने को लेकर शहरी विकास मंत्री को ज्ञापन सौंपा और मंत्री ने इसको लेकर शहर के व्यापारियों को राहत देने का आश्वासन दिया है और इसको देखते हुए अब व्यापार मंडल के अध्यक्ष और महासचिव धरने पर बैठ कर मगरमछ के आंसू बहा कर व्यापारियों को गुमराह कर रहे हैं, लेकिन शहर के व्यापारी इनके झांसे में नही आने वाला है.
उन्होंने कहा कि ये दोनों नगर निगम में पार्षद हैं, जबकि ये फैसला हाउस में लिया गया है और वहां पर इसका विरोध नहीं किया और अब ये लोगों का बेवकूफ बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही एडहॉक कमेटी नई कार्यकारिणी के चुनावों को लेकर प्रक्रिया शुरु करेगी. इसके लिए नए सिरे से सदस्यता अभियान शुरू किया जाएगा और मार्च से पहले चुनाव करवा दिए जाएंगे.