शिमला: प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा रोजाना बढ़ता जा रहा है. बीमारी से बचने के लिए वैक्सीनेशन अभियान भी चलाया जा रहा है. अभी तक वरिष्ठ नागरिकों को ही वैक्सीन लगाई जारी थी, लेकिन अप्रैल महीने के पहले सप्ताह से 45 से 60 साल की उम्र के लोगों का भी वैक्सीनेशन करने का निर्णय लिया गया था.
कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद सरकार 1 मई से 18+ से अधिक उम्र के लोगों को भी वैक्सीन देने जा रही है. ऐसे में ब्लड डोनर्स के जेहन में सवाल उठ रहा है कि वैक्सीनेशन के कितने समय बाद वे रक्त दान कर सकते हैं. इसके अलावा ये सवाल भी उठ रहा है कि जब 18 से 44 साल के युवाओं को वैक्सीन लगाई जाएगी तो ब्लड बैंकों में ब्लड की कमी हो सकती है.
ब्लड बैंक सहायक प्रोफेसर डॉ शिवानी सूद से ईटीवी की खास बातचीत
ईटीवी की टीम इसी की पड़ताल के लिए आइजीएमसी के ब्लड बैंक में विशेषज्ञ से बात की. आइजीएमसी के ब्लड बैंक में सहायक प्रोफेसर डॉ. शिवानी सूद ने बातचीत में बताया कि वैक्सीन का ब्लड डोनेशन पर ज्यादा फर्क नही पड़ेगा, क्योंकि सबको एक साथ वैक्सीन नहीं लगेगी. उनका कहना था कि स्वास्थ्य विभाग की नोटिफिकेशन के अनुसार अब वैक्सीन लगने के 14 दिन बाद ब्लड डोनेट किया जा सकता है.
आपको बता दें कि पहले वैक्सीन लगाने के 1 महीने बाद ही बल्ड डोनेट कही गई थी, लेकिन अब पहली डोज के 14 दिन बाद ब्लड डोनेट कर सकते है. वहीं, दूसरे डोज के 2 सप्ताह बाद ब्लड डोनेट किया जा सकता है, जबकि पहले वैक्सीन लगने के बाद 4 से 6 सप्ताह का गैप होना जरूरी था.
ब्लड बैंको में नहीं है खून की कमी
डॉ. शिवानी ने बताया कि वर्तमान में ब्लड बैंक में खून की कमी नहीं है, क्योंकि विभाग समय-समय पर ब्लड डोनेशन कैम्प लगाता रहता है. उनका कहना था कि अप्रैल में 7 ब्लड डोनेशन कैम्प लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि लोग वैक्सीन लगवाएं और जो ब्लड डोनेट करना चाहते हैं वो या तो वैक्सीनेशन से पहले या फिर 14 दिन बाद भी खून दान कर सकते हैं.
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