शिमला: हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार द्वारा संस्थानों को बंद करने के खिलाफ भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है. इसके विरोध में आज से मंडल स्तर पर हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया है. भाजपा द्वारा कांग्रेस पर जनता को गुमराह करने के आरोप लगाए जा रहे हैं. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने शिमला में प्रेस वार्ता कर कहा कि सुक्खू सरकार जनविरोधी निर्णय लेकर तुगलकी फरमान जारी कर रहे हैं.
रणधीर शर्मा ने कहा कि इस सरकार ने 620 से ज्यादा विभाग डिनोटिफाई किए हैं. जिससे जलशक्ति विभाग व लोक निर्माण विभाग में हो रहे विकास के काम ठप हो गए हैं. जो पानी बीजेपी के समय मुफ्त था आज उसके बिल आने शुरू हो गए हैं. मुफ्त बिजली के बावजूद 125 यूनिट तक बिल आने शुरू हो गए हैं. प्रदेश की आर्थिक स्थिति का झूठा रोना रोकर विकास को रोक दिया गया है.
विधायक क्षेत्र विकास निधि पर रोक लगा दी गई है जो दर्शाता है कि सरकार की विकास के कामों में कोई रुचि नहीं है. श्रीलंका जैसे हालातों का खोफ दिखाकर जनता को गुमराह किया जा रहा है. रणधीर शर्मा ने कहा कि आर्थिक स्थिति का रोना दिखावा है. पुरानी योजनाओं को रोककर गारंटियों को पूरा करने के लिए यह प्रथा अलोकतांत्रिक है. यह षड्यंत्र और धोखा है.
एक तरफ हालातों का रोना रोया जा रहा है. दूसरी तरफ 6 सीपीएस बनाकर आराम पर खर्च किया जा रहा है. यह सरकार धोखेबाज सरकार है. इसके खिलाफ आज बीजेपी ने हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है. इसकी शुरुआत नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने मंडी से की है. 25 फरवरी से 5 मार्च तक जिला मुख्यालयों पर भाजपा विरोध प्रदर्शन करेगी और बीजेपी के सभी विधायक राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे.
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