शिमला: हिमाचल की कांग्रेस सरकार द्वारा शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में ओपीएस बहाल कर दी गई है. जिस पर भाजपा ने पलटवार किया है. भाजपा ने कांग्रेस पर कर्मचारियों को गुमराह करने के आरोप लगाए हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस का काम केवल अटकाना, लटकाना और भटकाना है. और अपनी पहली कैबिनेट में कांग्रेस की सरकार ने यह ही किया है. कांग्रेस ने ओपीएस पर कर्मचारियों को गुमराह करने की पटकथा लिखनी शुरू कर दी है. (Suresh Kashyap on OPS restoration) (Suresh Kashyap target congress)
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि प्रदेश में लगभग 118000 कर्मचारी हैं, जिन्हे ओपीएस का लाभ होना है और इसके अलावा 13000 से ज्यादा कर्मचारी रिटायर हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कहा था कि 10 दिन के अंदर अपने सभी वादों को पूरा करेगी. अभी तक 1 महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है तब जाकर इनकी पहली कैबिनेट की बैठक हुई. वहीं, पहली बैठक में कांग्रेस ने जो ओपीएस की घोषणा की है वो खोखली है. यहां तक कि प्रदेश सरकार ने तो एरियर देने के लिए भी सरकारी कर्मचारियों से समय मांग लिया है. (OPS Restored in Himachal)
उन्होंने कहा कि सत्ता पाने के लिए कांग्रेस ने कहा था कि सरकार बनते ही 10 दिन के अंदर सभी गारंटियों को लागू किया जाएगा. जब कांग्रेस की सरकार ने सत्ता में आना था तो अनेकों प्रकार के वादे जनता से करते रहे, पर ओपीएस लागू करने के लिए केंद्र सरकार की ओर देख रहे हैं. अब तो कांग्रेस सरकार ने हर चीज के लिए सब कमेटी बनानी शुरू कर दी है, जब कांग्रेस सरकार में आना चाहती थी तब महिलाओं को ₹1500 प्रतिमाह देने का वादा किया था तो उन्होंने किसी मापदंड की बात तो की ही नहीं थी, उन्होंने केवल जनता से एक फार्म भरवाया था मापदंडों पर आज यह सत्तारूढ़ पार्टी की बात कर रहे हैं. यह कैसी विडंबना है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी झूठ बोलकर सत्ता में आई है.
ये भी पढ़ें: Himachal Cabinet: लोहड़ी पर कर्मचारियों को बड़ा तोहफा, हिमाचल में OPS बहाल