शिमला: देश में वर्ष 1975 में आज ही दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगाई थी. इमरजेंसी की घोषणा के साथ ही सभी नागरिकों के मौलिक अधिकार निलंबित कर दिए गए थे. 21 महीने की लम्बी अवधि तक चली इस इमरजेंसी को लोकतंत्र के इतिहास में दुर्भाग्यपुर्ण माना जाता है. डेमोक्रेसी के इस काले अध्याय के 46 साल पूरे होने पर आज बीजेपी मंडल शिमला ने ऐतिहासिक मैदान रिज पर काला दिवस मनाया.
इस मौके पर बीजेपी शिमला के नगर निगम पदाधिकारियों व बीजेपी मंडल शिमला के पार्षदों ने एकत्रित हो कर ब्लैक रिबन लगा कर काला दिवस मनाया. इस समंबंध में बैनमोर वार्ड की पार्षद किमी सूद ने कहा कि 25 जून 1975 को कांग्रेस सरकार की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगा दी थी और जबरन लोगों को जेल में बंद कर दिया था. उनका कहना था कि इसी के विरोध में बीजेपी आज काला दिवस मना रही है.
शिमला में बीजेपी मना रही काला दिवस
वहीं, नॉमिनेटेड पार्षद दीपक ने कहा कि उन्हें इमरजेंसी का वो दौर याद है. उस वक्त उनके पिता को जबरन उठा कर बालूगंज थाने में बंद कर दिया था, और वह रोते-रोते पिता से मिलने थाने गए थे. इसी के विरोध में बीजेपी आज काला दिवस मना रही है.
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