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एक साल में हुई शादियां और बच्चे भी डिनोटिफाई किए जाएं: सुरेश भारद्वाज - Suresh bhardwaj on Denotification controversy

हिमाचल में इन दिनों डिनोटिफिकेशन पर सियासी बवाल मचा हुआ है. सुक्खू सरकार ने पूर्व की बीजेपी सरकार के लिए फैसले पलट दिए हैं जिसपर बीजेपी नेता सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगा रहे हैं. शिमला में हुए एक प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री सुरेश कश्यप ने तो ये तक कह दिया कि सुक्खू सरकार का बस चले तो 6 महीने में हुई शादियां भी डिनोटिफाई करवा दे.. पढ़ें पूरी खबर (BJP Protest Against Denotification in shimla).

शिमला में बीजेपी का प्रदर्शन
शिमला में बीजेपी का प्रदर्शन
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Published : Dec 24, 2022, 5:34 PM IST

भाजपा नेता सुरेश भारद्वाज.

शिमला: हिमाचल की कांग्रेस सरकार द्वारा पिछली सरकार के फैसलों को पलटने के फैसले के खिलाफ बीजेपी सड़कों पर उतर गई है. प्रदेश भर में बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शिमला में प्रदेश सरकार के फैसले के खिलाफ बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज की अगुवाई में प्रदर्शन हुआ. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सरकार बिना कैबिनेट बनाए रिव्यू कर रही है. और जो संस्थान काम कर रहे हैं उन्हें डिनोटिफाई किया जा रहा है. जो अफसर इन संस्थानों को बंद करने के आदेश दे रहें हैं उन्हीं अफसरों ने पूर्व सरकार ने इन संस्थानों को खोलने के लिए बजट का प्रावधान किया था जो बताता है कि सरकार बनने से पहले ही असफर सरकार पर हावी हो गए हैं. (BJP Protest in Shimla)(BJP Protest Against Denotification in shimla).

'सरकार पर अफसरशाही हावी है'- सुरेश भारद्वाज ने सुक्खू सरकार को अनुभवहीन बताया और कहा कि अफसरशाही सरकार पर हावी है और जैसा अफसर कह रहे हैं सरकार वैसा ही कर रही है. बिना कैबिनेट विस्तार और बिना समीक्षा के ही फैसले लिए जा रहे हैं जो सही नहीं है. दरअसल हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सुक्खू सरकार पूर्व की जयराम सरकार द्वारा आखिरी 9 महीने में लिए गए फैसलों का रिव्यू कर रही है. जिसके तहत 1 अप्रैल 2022 के बाद की गई घोषणाएं भी शामिल है. सुक्खू सरकार ने बीजेपी सरकार द्वारा 1 अप्रैल के बाद खोले या अपग्रेड किए नए संस्थानों को डिनोटिफाई करने का आदेश दिया है और अब हर विभाग इन संस्थानों को डिनोटिफाई कर रहा है. हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने 574 संस्थानों को डिनोटिफाई कर रही है. इसी मामले पर बीजेपी प्रदर्शन कर रही है. बीजेपी ने इस फैसले के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा है.

एक साल में हुई शादियां और पैद हुए बच्चे भी डिनोटिफाई करो- सीएम सुखविंदर सुक्खू पर चुटकी लेते हुए सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस सरकार दिल्ली के हिमाचल भवन से चल रही है. दरअसल कोरोना संक्रमित होने के बाद सीएम सुक्खू दिल्ली के हिमाचल भवन में क्वारंटीन हैं. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सरकार का बस चले तो पिछले एक साल में पैदा हुए बच्चे और शादियों को भी डिनोटिफाई कर दे. डिनोटिफिकेशन के खिलाफ बीजेपी का प्रदर्शन शिमला के साथ-साथ प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भी हो रहा है.(Suresh bhardwaj on Denotification controversy)(Denotification controversy in Himachal).

ये भी पढ़ें: नई सरकार क्यों पलटती है पुरानी सरकार के फैसले ? जयराम के बाद सुक्खू सरकार में भी जारी रिवाज

भाजपा नेता सुरेश भारद्वाज.

शिमला: हिमाचल की कांग्रेस सरकार द्वारा पिछली सरकार के फैसलों को पलटने के फैसले के खिलाफ बीजेपी सड़कों पर उतर गई है. प्रदेश भर में बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शिमला में प्रदेश सरकार के फैसले के खिलाफ बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज की अगुवाई में प्रदर्शन हुआ. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सरकार बिना कैबिनेट बनाए रिव्यू कर रही है. और जो संस्थान काम कर रहे हैं उन्हें डिनोटिफाई किया जा रहा है. जो अफसर इन संस्थानों को बंद करने के आदेश दे रहें हैं उन्हीं अफसरों ने पूर्व सरकार ने इन संस्थानों को खोलने के लिए बजट का प्रावधान किया था जो बताता है कि सरकार बनने से पहले ही असफर सरकार पर हावी हो गए हैं. (BJP Protest in Shimla)(BJP Protest Against Denotification in shimla).

'सरकार पर अफसरशाही हावी है'- सुरेश भारद्वाज ने सुक्खू सरकार को अनुभवहीन बताया और कहा कि अफसरशाही सरकार पर हावी है और जैसा अफसर कह रहे हैं सरकार वैसा ही कर रही है. बिना कैबिनेट विस्तार और बिना समीक्षा के ही फैसले लिए जा रहे हैं जो सही नहीं है. दरअसल हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सुक्खू सरकार पूर्व की जयराम सरकार द्वारा आखिरी 9 महीने में लिए गए फैसलों का रिव्यू कर रही है. जिसके तहत 1 अप्रैल 2022 के बाद की गई घोषणाएं भी शामिल है. सुक्खू सरकार ने बीजेपी सरकार द्वारा 1 अप्रैल के बाद खोले या अपग्रेड किए नए संस्थानों को डिनोटिफाई करने का आदेश दिया है और अब हर विभाग इन संस्थानों को डिनोटिफाई कर रहा है. हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने 574 संस्थानों को डिनोटिफाई कर रही है. इसी मामले पर बीजेपी प्रदर्शन कर रही है. बीजेपी ने इस फैसले के खिलाफ राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा है.

एक साल में हुई शादियां और पैद हुए बच्चे भी डिनोटिफाई करो- सीएम सुखविंदर सुक्खू पर चुटकी लेते हुए सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस सरकार दिल्ली के हिमाचल भवन से चल रही है. दरअसल कोरोना संक्रमित होने के बाद सीएम सुक्खू दिल्ली के हिमाचल भवन में क्वारंटीन हैं. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सरकार का बस चले तो पिछले एक साल में पैदा हुए बच्चे और शादियों को भी डिनोटिफाई कर दे. डिनोटिफिकेशन के खिलाफ बीजेपी का प्रदर्शन शिमला के साथ-साथ प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भी हो रहा है.(Suresh bhardwaj on Denotification controversy)(Denotification controversy in Himachal).

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