शिमला: कोरोना संकट के बीच पहली बार हो रही भाजपा विधायक दल की बैठक में सीएम जयराम ठाकुर पार्टी के सभी विधायकों को एकजुटता का पाठ पढ़ाएंगे.
हालांकि पार्टी विधायक दल की इस मीटिंग को रूटीन बताया जा रहा है, लेकिन हाल ही के दिनों में जिस तरह विधानसभा सेशन बुलाने को लेकर कुछ विधायकों के सुर अलग-अलग निकल रहे थे, उसे देखते हुए सभी से संवाद की जरूरत महसूस की गई है. साथ ही लंबे समय से ठंडे बस्ते में पड़े कैबिनेट विस्तार के मसले पर भी चर्चा होगी.
हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के स्थगित होने के बाद से विधायक दल की बैठक नहीं हुई है. ऐसे में बुधवार शाम को शिमला के राज्य अतिथिगृह पीटरहॉफ में मुख्यमंत्री की अगुवाई में ये मीटिंग होगी. मीटिंग में कोरोना संकट और प्रदेश की स्थिति पर सभी विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की स्थिति का विवरण भी देंगे.
इस दौरान विधायकों ने अपने स्तर पर फंड जुटाया है और सरकार को सौंपा है. इस फंड के जरिए प्रदेश की जनता को सहायता उपलब्ध करवाने वाले तौर-तरीकों पर भी सुझाव लिए जाएंगे. अहम बात ये है कि कोरोना महामारी के इस समय में सभी विधायकों के सुर एक समान हों और पार्टी को असहज करने वाली कोई स्थिति पैदा न हो, इसके लिए खास निर्देश दिए जाएंगे.
हाल ही में भाजपा के कुछ विधायकों का विधानसभा स्पीकर को सेशन बुलाने संबंधी पत्र को लेकर मामला चर्चा में आया था. भविष्य में ऐसा न हो, इसकी हिदायत दी जाएगी. साथ ही कांगड़ा में पार्टी के कुछ नेताओं की गुपचुप मीटिंग का मसला भी चर्चा में रहेगा.
इसी दौरान कांग्रेस पार्टी स्वास्थ्य विभाग में हुए रिश्वत मामले को लेकर हमलावर है. कांग्रेस को जवाब देने के लिए सभी विधायकों को रणनीति बताई जाएगी. नए अध्यक्ष को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विधायकों से चर्चा करेंगे.
साथ ही कैबिनेट विस्तार और नए अध्यक्ष को लेकर हाईकमान के निर्देश से भी सभी को अवगत करवाया जाएगा. इसके अलावा विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर भी अपना पक्ष मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष रखेंगे.
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