शिमला: प्रदेश सरकार के काम करने की रफ्तार अटल आदर्श विद्यालय योजना की गति से साफ झलकती है. तीन साल बीत जाने के बाद भी अभी तक आदर्श विद्यालय का काम सिर्फ तीन जगह ही शुरू हो पाया है. इनमें मंडी के धर्मपुर और नाचन और ऊना का कुटलैहड़ चुनाव क्षेत्र शामिल हैं.
अब तक प्रदेश सरकार ने 25 चुनाव क्षेत्रों में अटल आदर्श विद्यालयों की अधिसूचना जारी कर दी है. हालांकि सरकारी स्कूलों को बोर्डिंग में बदलकर यहां एनरोलमेंट बढ़ाना इस योजना का मकसद था. लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है.
योजना की गति बेहद धीमी
जयराम सरकार तीन साल पूरे कर चुकी है, लेकिन मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी अटल आदर्श विद्यालय योजना की गति बेहद धीमी है. विधानसभा में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने भाजपा विधायक कर्नल इंद्र सिंह के सवाल के जवाब में ये जानकारी दी. मंत्री ने बताया कि अब तक जारी सूची के अनुसार कुल 25 विधानसभा क्षेत्रों में ये विद्यालय बनाने की अधिसूचना हो चुकी है. लेकिन अब तक धर्मपुर के मढ़ी, नाचन के गुडाहरी और कुटलैहड़ के गैहरा में ही काम शुरू हो पाया है.
दिसंबर में हुए थे टेंडर
अटल आदर्श विद्यालय के लिए दिसंबर में टेंडर हुए थे. इन विद्यालयों के लिए प्रति स्कूल 5 करोड़ की धनराशि दी जा चुकी है. यहां भी अब नए वित्त वर्ष में निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. बाकी चुनाव क्षेत्रों में लैंड ट्रांसफर में ही बहुत समय लग रहा है.
कई क्षेत्रों में लैंड ट्रांसफर की चल रही प्रक्रिया
प्रश्नकाल के दौरान कर्नल इंद्र सिंह ने सवाल किया कि सरकाघाट चुनाव क्षेत्र में बनने वाले इस स्कूल के लिए सेरिकल्चर की 19 बीघे जमीन की ट्रांसफर का केस काफी स्लो है. वन मंजूरी की प्रक्रिया भी और लंबी खिंच रही है. सरकार इसमें मदद करे. साथ ही जयसिंहपुर से भाजपा विधायक रविंद्र धीमान ने इस बारे में अनुपूरक सवाल पूछा. इस पर जवाब देेते हुए शिक्षा मंत्री ने बताया कि लंबागांव में अटल आदर्श विद्यालय बनाने की अधिसूचना जारी हो चुकी है और यहां भी लैंड ट्रांसफर में ही प्रक्रिया चल रही है.