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उद्यान विभाग ने दत्तनगर से विभिन्न ब्लॉकों को रवाना किए सेब के नए किस्म के पौधे, कल से बागवानों को होंगे उपलब्ध

जिला शिमला में रामपुर के दत्तनगर में आज उद्यान विभाग द्वारा विभिन्न ब्लॉकों को सेब के नए किस्म के पौधे आवंटित किए गए. यह पौधे बागवानों को 30 दिसंबर से दिए जाएंगे. (Apple new variety plants) (Apple new variety plants in rampur)

Apple new variety plants in rampur.
सेब के नए किस्म के पौधे दत्तनगर से रवाना.
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Published : Dec 29, 2022, 8:53 PM IST

उद्यान विभाग ने दत्तनगर से विभिन्न ब्लॉकों को रवाना किए सेब के नए किस्म के पौधे

रामपुर: रामपुर उपमंडल के दत्तनगर में उद्यान विभाग द्वारा आज विभिन्न ब्लॉकों को सेब के नए किस्म के पौधे वितरित किए गए. इस दौरान शिमला जिले के विभिन्न ब्लॉकों से उद्यान विभाग के अधिकारी भी यहां पहुंचे थे. इस अवसर पर उद्यान विभाग के उप निदेशक डॉ. कर्म सिंह वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदर्शनी एवं संतति पौधशाला दत्तनगर रामपुर में पूरे हिमाचल प्रदेश के सरकारी नर्सरियों में तैयार सेब व अन्य फल पौधों को खंड स्तर पर बागवानों को आबंटन करने के लिए भेजा गया है. (Apple new variety in Rampur) (Apple new variety in Himachal)

जिला शिमला के 14 विकास खंड में 30 दिसंबर से बागवानों को यह पौधे दिए जाएंगे. पौधों की किस्में पहले जिन बागवानों ने मांग की है उनको उपलब्ध करवाए जाएंगे. उसके बाद पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिए जाऐंगे. पौधों का वितरण खंड स्तर पर होगा. बागवान अपने निकटतम उद्यान प्रसार अधिकारी, उद्यान विकास अधिकारी एवं विषय विशेषज्ञ उद्यान से संपर्क कर सकते हैं.

उन्होंने कहा कि विदेश से आयात न्यूनतम किस्मों एवं स्वयं फल संतति केंद्रों में तैयार किए गए सेब के पौधों को खंड स्तर पर पहुंचाकर वितरित किए जाएगा. पौधे विभाग के पास काफी मात्रा में है. इससे पहले पौधे एक या दो दिन में ही सारे बिक जाया करते थे, पर इस बार अधिक पौधे होने पर बागवान आसानी से फल के पौधे खरीद कर सकते हैं.

सेब की नई किस्मों में फल गुणवत्ता एवं अच्छे आकार में बनते हैं. न्यूनतम किस्मों जिसके परिणाम बागवानों को अच्छे मिल रहे हैं. जिससे उनकी ज्यादा मांग है. इस बार बागवानी विभाग में जिला शिमला के बागवानों के लिए सेब की किस्में विभिन्न रूट स्टॉक जैसे जेनेवा-11, 16, 41, 935, बड-9, 10, 118, एमला-9, 26, 111 , पाजाम-2, एम-9 T337 पर उपलब्ध रहेगी.

रेड केप वैलटॉयड किंग रोट, सुपर चीफ, स्कारलेट स्पर-2, जेरोमाइन, चलान स्पर ,कैमरोन सिलेक्ट, शैलेट स्पर, रॉयल रेड हनी क्रिस्प, क्रिमसन टोपाज, रेड कैमियो, प्रीमियर हनीक्रिस्प, कोर्टलैंड, अर्ली रेड वन, अविल अरली फ्यूजी, एजटेक फ्यूजी, सन फ्यूजी, डार्क वेरॉन गाला, गाला शिंनिगा शिंको ,गाला विनस फिंगल, गाला वाल, रेडलम गाला, गेल गाला, अलटीमा गाला, बैजेन्ट् गाला, ग्रैनी स्मिथ, जिंजर गोल्ड ,गिब्सन गोल्डन मौजूद रहेंगे.

बागवानी विभाग उपनिदेशक उद्यान डॉ. कर्म सिंह वर्मा ने कहा कि इस बार गत वर्षों की अपेक्षा सेब के पौधों की गुणवत्ता अच्छी होने के कारण बागवानों की मांग ज्यादा है. उन्होंने कहा कि सेब के पौधे लेने के इच्छुक बागबान 30 दिसंबर को अपने नजदीकी उद्यान विकास अधिकारी कार्यालय से ले सकते हैं. उन्होंने कहा सेब के रूट स्टॉक का मूल्य रुपये 100 एवं सेब पौधों का मुल्य 150 एवं 400 होगा.

बागवानी विभाग उपनिदेशक उद्यान डॉ. कर्म सिंह वर्मा ने कहा कि कुल सेब पौधे एवं रूटस्टॉक 53000, नाशपाती प्लम आड़ू के 1651 पौधे जिला शिमला के 10 सेब बहुल क्षेत्र ननखरी, रामपुर, नारकंडा, ठियोग, मशोबरा, कोटखाई, जुब्बल,चौपाल, रोहड़ू, चीड़गांव विकास खंड के माध्यम से वितरित किए जाएंगे. वहीं, इस बारे में डॉ. संजय कुमार विशेषज्ञ उद्यान रोहड़ू ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे फल पौधों को समय-समय पर पानी दें.

वहीं, उद्यान डोडरा क्वार के विषय विशेषज्ञ डॉ. कुशाल सिंह मेहता ने कहा है कि विश्व बैंक पोषित परियोजना के तहत 2016 से सेब के पौधों में अच्छे फल लगने और बागवानों को अच्छे रेट मिलने के कारण इस साल रूट स्टॉक पर सेब किस्मों की अच्छी मांग है और बागवानों से निवेदन है कि आप सभी 30 दिसंबर को अपने नजदीकी उद्यान विकास अधिकारी कार्यालय से फल पौध की खरीद करें.

उद्यान मशोबरा के विषय विशेषज्ञ डॉ. दलीप सिंह का कहना है कि बागवान किस्मों का चयन अपने बगीचे की धरातल की ऊंचाई अनुसार करें. डॉ. राजीव खगटा विषय विशेषज्ञ ठीयोग के अनुसार बागवान किस्मों एवं पौध रोपण की जानकारी के लिए अपने अधिक जानकारी के लिए नजदीकी विषय विशेषज्ञ उद्यान से संपर्क करें या कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों से सलाह लें.

विषय विशेषज्ञ कोटखाई के डॉ. सुनील दत्त के अनुसार सेब के अलावा इस वर्ष नाशपाती एवं प्लम, के पौधे भी वितरित किए जाएंगे. शिमला जिले के निचले क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से नाशपाती एवं प्लम के अच्छे दाम बागवानों को मिल रहे हैं. जिसके कारण इनकी मांग इस वर्ष ज्यादा है. फल एवं संतति पौधशाला दत्तनगर के उद्यान विकास अधिकारी डॉ. संतोष मेहता ने सभी अधिकारियों को जानकारी दी कि बागवानों को फल पौधों को वितरित करते हुए वैज्ञानिक पद्धति से लगाने की जानकारी भी दी गई है. (Horticulture Department in Duttnagar of Rampur)

ये भी पढ़ें: बागवानों के लिए खुशखबरी: सेब ढोने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा ड्रोन, किन्नौर में ट्रायल रहा सफल

उद्यान विभाग ने दत्तनगर से विभिन्न ब्लॉकों को रवाना किए सेब के नए किस्म के पौधे

रामपुर: रामपुर उपमंडल के दत्तनगर में उद्यान विभाग द्वारा आज विभिन्न ब्लॉकों को सेब के नए किस्म के पौधे वितरित किए गए. इस दौरान शिमला जिले के विभिन्न ब्लॉकों से उद्यान विभाग के अधिकारी भी यहां पहुंचे थे. इस अवसर पर उद्यान विभाग के उप निदेशक डॉ. कर्म सिंह वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदर्शनी एवं संतति पौधशाला दत्तनगर रामपुर में पूरे हिमाचल प्रदेश के सरकारी नर्सरियों में तैयार सेब व अन्य फल पौधों को खंड स्तर पर बागवानों को आबंटन करने के लिए भेजा गया है. (Apple new variety in Rampur) (Apple new variety in Himachal)

जिला शिमला के 14 विकास खंड में 30 दिसंबर से बागवानों को यह पौधे दिए जाएंगे. पौधों की किस्में पहले जिन बागवानों ने मांग की है उनको उपलब्ध करवाए जाएंगे. उसके बाद पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिए जाऐंगे. पौधों का वितरण खंड स्तर पर होगा. बागवान अपने निकटतम उद्यान प्रसार अधिकारी, उद्यान विकास अधिकारी एवं विषय विशेषज्ञ उद्यान से संपर्क कर सकते हैं.

उन्होंने कहा कि विदेश से आयात न्यूनतम किस्मों एवं स्वयं फल संतति केंद्रों में तैयार किए गए सेब के पौधों को खंड स्तर पर पहुंचाकर वितरित किए जाएगा. पौधे विभाग के पास काफी मात्रा में है. इससे पहले पौधे एक या दो दिन में ही सारे बिक जाया करते थे, पर इस बार अधिक पौधे होने पर बागवान आसानी से फल के पौधे खरीद कर सकते हैं.

सेब की नई किस्मों में फल गुणवत्ता एवं अच्छे आकार में बनते हैं. न्यूनतम किस्मों जिसके परिणाम बागवानों को अच्छे मिल रहे हैं. जिससे उनकी ज्यादा मांग है. इस बार बागवानी विभाग में जिला शिमला के बागवानों के लिए सेब की किस्में विभिन्न रूट स्टॉक जैसे जेनेवा-11, 16, 41, 935, बड-9, 10, 118, एमला-9, 26, 111 , पाजाम-2, एम-9 T337 पर उपलब्ध रहेगी.

रेड केप वैलटॉयड किंग रोट, सुपर चीफ, स्कारलेट स्पर-2, जेरोमाइन, चलान स्पर ,कैमरोन सिलेक्ट, शैलेट स्पर, रॉयल रेड हनी क्रिस्प, क्रिमसन टोपाज, रेड कैमियो, प्रीमियर हनीक्रिस्प, कोर्टलैंड, अर्ली रेड वन, अविल अरली फ्यूजी, एजटेक फ्यूजी, सन फ्यूजी, डार्क वेरॉन गाला, गाला शिंनिगा शिंको ,गाला विनस फिंगल, गाला वाल, रेडलम गाला, गेल गाला, अलटीमा गाला, बैजेन्ट् गाला, ग्रैनी स्मिथ, जिंजर गोल्ड ,गिब्सन गोल्डन मौजूद रहेंगे.

बागवानी विभाग उपनिदेशक उद्यान डॉ. कर्म सिंह वर्मा ने कहा कि इस बार गत वर्षों की अपेक्षा सेब के पौधों की गुणवत्ता अच्छी होने के कारण बागवानों की मांग ज्यादा है. उन्होंने कहा कि सेब के पौधे लेने के इच्छुक बागबान 30 दिसंबर को अपने नजदीकी उद्यान विकास अधिकारी कार्यालय से ले सकते हैं. उन्होंने कहा सेब के रूट स्टॉक का मूल्य रुपये 100 एवं सेब पौधों का मुल्य 150 एवं 400 होगा.

बागवानी विभाग उपनिदेशक उद्यान डॉ. कर्म सिंह वर्मा ने कहा कि कुल सेब पौधे एवं रूटस्टॉक 53000, नाशपाती प्लम आड़ू के 1651 पौधे जिला शिमला के 10 सेब बहुल क्षेत्र ननखरी, रामपुर, नारकंडा, ठियोग, मशोबरा, कोटखाई, जुब्बल,चौपाल, रोहड़ू, चीड़गांव विकास खंड के माध्यम से वितरित किए जाएंगे. वहीं, इस बारे में डॉ. संजय कुमार विशेषज्ञ उद्यान रोहड़ू ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे फल पौधों को समय-समय पर पानी दें.

वहीं, उद्यान डोडरा क्वार के विषय विशेषज्ञ डॉ. कुशाल सिंह मेहता ने कहा है कि विश्व बैंक पोषित परियोजना के तहत 2016 से सेब के पौधों में अच्छे फल लगने और बागवानों को अच्छे रेट मिलने के कारण इस साल रूट स्टॉक पर सेब किस्मों की अच्छी मांग है और बागवानों से निवेदन है कि आप सभी 30 दिसंबर को अपने नजदीकी उद्यान विकास अधिकारी कार्यालय से फल पौध की खरीद करें.

उद्यान मशोबरा के विषय विशेषज्ञ डॉ. दलीप सिंह का कहना है कि बागवान किस्मों का चयन अपने बगीचे की धरातल की ऊंचाई अनुसार करें. डॉ. राजीव खगटा विषय विशेषज्ञ ठीयोग के अनुसार बागवान किस्मों एवं पौध रोपण की जानकारी के लिए अपने अधिक जानकारी के लिए नजदीकी विषय विशेषज्ञ उद्यान से संपर्क करें या कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों से सलाह लें.

विषय विशेषज्ञ कोटखाई के डॉ. सुनील दत्त के अनुसार सेब के अलावा इस वर्ष नाशपाती एवं प्लम, के पौधे भी वितरित किए जाएंगे. शिमला जिले के निचले क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से नाशपाती एवं प्लम के अच्छे दाम बागवानों को मिल रहे हैं. जिसके कारण इनकी मांग इस वर्ष ज्यादा है. फल एवं संतति पौधशाला दत्तनगर के उद्यान विकास अधिकारी डॉ. संतोष मेहता ने सभी अधिकारियों को जानकारी दी कि बागवानों को फल पौधों को वितरित करते हुए वैज्ञानिक पद्धति से लगाने की जानकारी भी दी गई है. (Horticulture Department in Duttnagar of Rampur)

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