शिमला: मोदी कैबिनेट के बुधवार को किए गए विस्तार में हिमाचल की हमीरपुर लोकसभा सीट से सांसद अनुराग ठाकुर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. उन्हें सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (Ministry of Information and Broadcasting) के साथ खेल एवं युवा मंत्रालय (Ministry of Youth Affairs and Sports) की भी जिम्मेदारी दी गई है.अनुराग हिमाचल के यूथ आइकॉन के रूप में स्थापित हैं. साथ ही अगले साल हिमाचल में विधानसभा चुनाव भी होने हैं.
प्रदेश के पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल (Former CM Prem Kumar Dhumal) से भी नरेंद्र मोदी के सहज संबंध हैं. ये सही है कि अनुराग ठाकुर ने अपनी प्रतिभा के बलबूते अपनी पहचान केंद्रीय राजनीति में बनाई है, लेकिन अनुराग के कद का बढना कहीं न कहीं नरेंद्र मोदी का हिमाचल के प्रति लगाव भी है. केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री के तौर पर सक्रिय पारी खेलने के बाद अनुराग सिंह ठाकुर की प्रमोशन हुई है.
अनुराग ठाकुर 25 साल की उम्र में एचपीसीए के अध्यक्ष बने थे. धर्मशाला में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाने का सपना देखा. अनुराग के इस सपने का विपक्षी लोग ये कहकर मजाक उड़ाते थे कि स्टेडियम वो भी हिमाचल में खैर अनुराग ने धर्मशाला में क्रिकेट स्टेडियम बनाकर सबके मुंह पर ताले लगा दिए.
धर्मशाला में बने क्रिकेट स्टेडियम ने अनुराग को हिमाचल में यूथ आइकॉन बना दिया. इसी क्रिकेट के स्टेडियम से अनुराग ठाकुर ने राजनीति का मास्टर स्ट्रोक लगाया और क्रिकेट खिलाड़ी से राजनीति की पिच पर नई पारी 2008 में शुरू की थी. अब तक ये पारी शानदार रही है.
अनुराग ठाकुर आज देशभर में जाना पहचाना नाम है. प्रेम कुमार धूमल के बड़े बेटे से अनुराग ठाकुर बनने का सफर अनुराग ने अपने बलबूते पर तय किया. उन्होंने कभी भी अपने पिता एवं दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे प्रेम कुमार धूमल की छवि का इस्तेमाल नहीं किया. अनुराग का रुतबा इतना बढ़ चुका है कि अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेता उन्हें अपनी कुर्सी के लिए खतरा मानते हैं.
ये भी पढ़ें- हिमाचल में रफ्तार पकड़ेगा मानूसन, आगामी चार दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी