ETV Bharat / state

सौरभ वन विहार पालमपुर में सितंबर से शुरू होगा बाढ़ संरक्षण का काम: मुख्य सचिव अनिल खाची

मुख्य सचिव अनिल खाची ने बुधवार को जल शक्ति, वन एवं उद्योग विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सौरव वन विहार, पालमपुर को लेकर एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. मुख्य सचिव ने कहा कि सौरभ वन विहार में बाढ़ संरक्षण का काम 1 सितंबर 2020 से शुरू किया जाएगा. उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि इस काम को शरू करने से पहले निविदाओं और परियोजना की रूपरेखा का काम पूरा किया जाए.

Saurav Van Vihar Palampur
सौरभ वन विहार
author img

By

Published : Jul 1, 2020, 9:09 PM IST

Updated : Jul 1, 2020, 10:09 PM IST

शिमला: मुख्य सचिव अनिल खाची ने बुधवार को जल शक्ति, वन एवं उद्योग विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सौरभ वन विहार, पालमपुर को लेकर एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. जल शक्ति विभाग ने सौरव वन विहार नेचर पार्क में बाड़ संरक्षण के काम और इसकी कार्य योजना के बारे में प्रस्तुति दी. वन विभाग ने इस पार्क के सौन्दर्यीकरण के संदर्भ में लिए गए निर्णयों के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया.

मुख्य सचिव ने कहा कि सौरव वन विहार में बाढ़ संरक्षण का काम 1 सितंबर 2020 से शुरू किया जाएगा. उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि इस काम को शरू करने से पहले निविदाओं और परियोजना की रूपरेखा का काम पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि वन विभाग लैंड स्कैपिंग वास्तुकार का चयन करेगा, जिसे सौरभ वन विहार के पूरे क्षेत्र की लैंड स्कैपिंग का काम सौंपा जाएगा.

अनिल खाची ने कहा कि लैंड स्कैपिंग का काम पूरा होने के बाद वन विभाग अगस्त महीने में झील और एक्वाकल्चर विकास का काम शुरू करेगा. उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभाग 8.50 करोड़ रुपये की इस परियोजना पर पहली सितंबर 2020 से काम शुरू करेंगे. उन्होंने कहा कि वह स्वयं इस परियोजना की प्रगति की समीक्षा करेंगे.

बता दें कि साल 2018 में भारी बारिश की वजह से पालमपुर का प्रमुख पर्यटन स्थल सौरभ वन विहार तहस-नहस हो गया था, लेकिन एक प्रदेश सरकार की तरफ से एक बार फिर सौरभ वन विहार को 10 करोड़ रुपये की लागत के साथ पुराने रुप में लाया जाएगा.

ये भी पढ़ें: प्रदेश की मंडियों में अर्ली वैरायटी सेब की दस्तक, कोरोना काल में 1600 रुपये पेटी बिका

शिमला: मुख्य सचिव अनिल खाची ने बुधवार को जल शक्ति, वन एवं उद्योग विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सौरभ वन विहार, पालमपुर को लेकर एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. जल शक्ति विभाग ने सौरव वन विहार नेचर पार्क में बाड़ संरक्षण के काम और इसकी कार्य योजना के बारे में प्रस्तुति दी. वन विभाग ने इस पार्क के सौन्दर्यीकरण के संदर्भ में लिए गए निर्णयों के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया.

मुख्य सचिव ने कहा कि सौरव वन विहार में बाढ़ संरक्षण का काम 1 सितंबर 2020 से शुरू किया जाएगा. उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि इस काम को शरू करने से पहले निविदाओं और परियोजना की रूपरेखा का काम पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि वन विभाग लैंड स्कैपिंग वास्तुकार का चयन करेगा, जिसे सौरभ वन विहार के पूरे क्षेत्र की लैंड स्कैपिंग का काम सौंपा जाएगा.

अनिल खाची ने कहा कि लैंड स्कैपिंग का काम पूरा होने के बाद वन विभाग अगस्त महीने में झील और एक्वाकल्चर विकास का काम शुरू करेगा. उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभाग 8.50 करोड़ रुपये की इस परियोजना पर पहली सितंबर 2020 से काम शुरू करेंगे. उन्होंने कहा कि वह स्वयं इस परियोजना की प्रगति की समीक्षा करेंगे.

बता दें कि साल 2018 में भारी बारिश की वजह से पालमपुर का प्रमुख पर्यटन स्थल सौरभ वन विहार तहस-नहस हो गया था, लेकिन एक प्रदेश सरकार की तरफ से एक बार फिर सौरभ वन विहार को 10 करोड़ रुपये की लागत के साथ पुराने रुप में लाया जाएगा.

ये भी पढ़ें: प्रदेश की मंडियों में अर्ली वैरायटी सेब की दस्तक, कोरोना काल में 1600 रुपये पेटी बिका

Last Updated : Jul 1, 2020, 10:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.