शिमला: छात्र हितों की मांगों को लेकर एचपीयू कैंपस में एबीवीपी का आंदोलन उग्र होता जा रहा है. सुबह से ही एचपीयू कैंपस में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपना अनोखा प्रदर्शन किया. एबीवीपी ने छात्रों को जमीन पर लेटाकर और सफेद कफन ओढ़ा कर उनकी मौत का मातम मनाया.
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने मातम मानते हुए एचपीयू कुलपति पर छात्रों को मारने का आरोप लगाया. कार्यकर्ताओं ने कहा कि कुलपति अब तो अपने कार्यकाल से बाहर आ कर छात्रों का हाल जान लीजिए. एबीवीपी कार्यकर्ता छात्रों को कफन ओढ़ा कर उन पर रोते बिलखते रहे और कुलपति पर छात्रों की मांगों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते रहे.
बता दें कि शनिवार को भी एबीवीपी ने एचपीयू कैंपस में उग्र प्रदर्शन किया था. कार्यकर्ताओं कुलपति की गाड़ी का घेराव कर उनकी गाड़ी के आगे लेट गए थे, लेकिन एचपीयू कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार अपनी गाड़ी से बाहर नहीं निकले और छात्रों को गाड़ी के आगे से उठाने के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल किया था. इस कार्रवाई में कई छात्रों को चोटें आई थीं और कुछ के कपड़े भी फट गए थे. कुलपति ने उस दिन भी छात्रों की मांगें नहीं सुनी और ना ही छात्रों से बात की.
इस आंदोलन के माध्यम से एबीवीपी एचपीयू प्रशासन से पीजी प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षाएं करवाने के की मांग कर रही है. साथ ही एचपीयू की मूल्यांकन प्रक्रिया में सुधार करने के साथ ही कुछ अन्य मांगों को लेकर भी एबीवीपी का आंदोलन लगातार जारी है.
एचपीयू कैंपस एबीवीपी अध्यक्ष विशाल का कहना है कि एबीवीपी अपने इस आंदोलन को तब तक जारी रखेगी जब तक एचपीयू प्रशासन उनकी मांगों को नहीं सुनता है और एचपीयू के कुलपति छात्रों से उनकी मांगों को लेकर बात नहीं करते है.
प्रदर्शन में शामिल छात्रा की हुई तबीयत खराब
एबीवीपी के इस प्रदर्शन में शामिल एक छात्रा की तबीयत खराब हो गई. इस बीच एम्बुलेंस को बुला कर छात्रा को एचपीयू की डिस्पेंसरी में ले जाया गया, जहां छात्रा के स्वास्थ्य की जांच की गई हैं. छात्रा का बीपी लो हो गया था, जिसकी वजह से छात्रा की तबीयत खराब हो गई और उसे हॉस्पिटल ले जाया गया. एबीवीपी एचपीयू इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने आरोप लगाया कि छात्रा की तबीयत खराब होने के बाद भी एचपीयू कुलपति अपने कार्यालय से बाहर नहीं आए और छात्रा का हालचाल भी नहीं पूछा.