शिमला : सरकार पुराने बिजली के मीटरों के स्थान पर स्मार्ट मीटर लगा रही है. प्रथम चरण में शिमला और धर्मशाला स्मार्ट सिटी में लगभग 1.50 लाख बिजली के मीटर बदले जाएंगे. यह प्रक्रिया एक साल के भीतर पूरी होगी.
अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा और वन राम सुभग सिंह ने राजभवन में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात के दौरान लॉकडाउन के बाद गतिविधियों को पुनः सुचारू बनाने की रणनीतियों और ऊर्जा से संबंधित मामलों पर चर्चा की.
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को बताया कि प्रदेश में लगभग 22 लाख बिजली उपभोक्ता हैं. पूरे प्रदेश में दो-तीन वर्षों में सभी पुराने मीटर बदले जाएंगे, जिससे घर-घर जाकर मीटर रीडिंग की समस्या का समाधान होगा.
राम सुभग सिंह ने राज्यपाल को लॉकडाउन अवधि के दौरान राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे विभिन्न कदमों और उपायों के बारे भी अवगत करवाया. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 के कारण लॉकडाउन के बाद गतिविधियों को पुनः सुचारू बनाने के लिए रणनीतियों पर कार्य किया जा रहा है, ताकि विभिन्न आर्थिक और विकासात्मक गतिविधियों को बहाल किया जा सके.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन के बाद ऐसी सभी गतिविधियों को पुनः सुचारू बनाने के लिए टास्क फोर्स गठित की है.
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