शिमला: प्रदेश में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान शुरू किया जाएगा, जिसके अन्तर्गत स्वास्थ्य कर्मचारी लोगों के घर-घर जाकर कोविड-19 वायरस के लक्षणों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे. इस अभियान के अन्तर्गत आशा कार्यकर्ता के साथ पैरा मेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहेगा.
शिमला के सीएमओ डॉ. जितेंद्र चौहान ने कहा कि दो लोगों के दल के साथ घर-घर जाकर प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल कर इसे गूगल फॉर्म पर विभाग को सांझा करेंगे. यह अभियान प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से सायं 4 बजे तक चलेगा और अभियान के उपरान्त संदिग्ध व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी.
डॉ. चौहान ने कहा कि केस फाइंडिंग अभियान शुरू करने से पहले टीम को प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण के दौरान उन्हें बताया जाएगा कि किस प्रकार लोगों को जागरूक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो उसका सैंपल किस पर लिया जाना है. इस बारे में भी प्रशिक्षण दिया जाएगा कि लोगों को किस प्रकार जागरूक किया जाना है.
कोविड-19 वायरस संक्रमण के दृष्टिगत कुछ होटलों, गेस्ट हाउस और धर्मशालाओं को चिन्हित किया गया है. जहां लोगों को बेहतर सुविधाओं के साथ क्वारनटीन किया जा सके. डॉ. जितेंद्र चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए अस्पताल में पूरी तैयारियां हैं. प्रशासन की तरफ से सभी आवश्यक समान उपलब्ध करवाया गया है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जब स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घरों में आये तो सही जानकारी दें.
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