शिमलाः कोरोना ने हर क्षेत्र को प्रभावित किया है. व्यापार जगत से लेकर टूरिज्म, बागवानी, कृषि क्षेत्र भी पर भी कोरोना की मार पड़ी है. शिक्षा का क्षेत्र भी कोरोना से अछुता नहीं रहा है. हिमाचल प्रदेश में प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी भी इन दिनों परेशान हैं.
वीरवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के सचिव आशुतोष गर्ग को इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से सौंपे गए ज्ञापन में कोरोना की वजह से प्रभावित हुए अभ्यर्थियों को आयु सीमा में छूट देने की मांग की गई है.
असाधारण स्थिति को देखते हुए दी जाए छूट
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत मंत्री विशाल वर्मा ने कहा कि कोरोना की वजह से शिक्षा का क्षेत्र बहुत अधिक प्रभावित हुआ है. साल 2020 से ही शिक्षण संस्थान के साथ पुस्तकालय भी बंद हैं. प्रदेश भर में कोरोना से विद्यार्थियों को समस्या का सामना करना पड़ा है. ऐसे में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग से यह मांग की है कि कोरोना से पैदा हुई असाधारण स्थिति को देखते हुए प्रशासनिक सेवा की परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को आयु सीमा में छूट दी जाए, ताकि अभ्यर्थियों का भविष्य खराब न हो.
महाविद्यालयों में खाली पड़े पदों को भरने की मांग
इसके अलावा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से सौंपे गए ज्ञापन में 22 नवंबर को हुई स्टेट एलिजिबिलिटी टेस्ट का परिणाम और प्रदेश भर के महाविद्यालयों में रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों को भी जल्द भरने की मांग की गई है.
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