शिमलाः अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने 12वीं कक्षा की परीक्षाओं को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को ज्ञापन भेजा है. इस ज्ञापन में 12वीं के विद्यार्थियों की परीक्षाओं को लेकर जल्दबाजी न करने की बात कही गई है. एबीवीपी ने ज्ञापन में कहा है कि सरकार विद्यार्थियों की सुरक्षा और भविष्य को ध्यान में रखते हुए परीक्षाओं को लेकर निर्णय करें.
जुलाई-अगस्त में परीक्षा का सुझाव
एबीवीपी ने सरकार को प्रमुख विषयों की परीक्षा, ओपन बुक परीक्षा और कम समय अवधि वाली परीक्षा कराने को लेकर सुझाव भी भेजे हैं. साथ ही एबीवीपी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को परीक्षाएं जुलाई और अगस्त महीने में कराने का भी सुझाव दिया है.
कई अहम मुद्दों और सौंपा ज्ञापन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के हिमाचल के प्रांत मंत्री विशाल वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि परिषद की ओर से केंद्रीय शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा गया है. इस ज्ञापन में 12वीं की परीक्षाओं के अलावा विद्यार्थियों का अंतिम वर्ष के आधार पर मूल्यांकन, प्रमुख विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने, शिक्षण संस्थानों में टीकाकरण केंद्र को बढ़ाने और मेडिकल एवं चिकित्सा पाठ्यक्रमों में सीट बढ़ाने को लेकर सुझाव दिए गए हैं.
विद्यार्थियों का न पड़े मानसिक प्रभाव
प्रांत मंत्री विशाल वर्मा ने कहा कि कोरोना की वजह से शिक्षा का क्षेत्र बहुत अधिक प्रभावित हुआ है. ऐसे में विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका प्रभाव पड़ा है. सरकार को चाहिए कि परीक्षाओं की वजह से विद्यार्थियों के मन-मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े. विशाल वर्मा ने सरकार से विद्यार्थियों को लेकर न्यायोचित कदम उठाने की मांग की है.
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