शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) को स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर तिरंगा न फहराने की धमकी के बाद प्रदेश भर के लोगों में रोष देखने को मिल रहा है. लोग इस मामले पर जमकर सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad) ने भी खालिस्तानी समर्थकों को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 7,500 स्थानों पर तिरंगा फहराने से रोकने की चुनौती दी है.
विद्यार्थी परिषद के प्रांत मंत्री विशाल वर्मा ने कहा कि खालिस्तान समर्थक (Khalistan supporter) खोखली बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश जब 75 वां स्वतंत्रता दिवस (75th Independence Day) मनाने जा रहा है, तो ऐसे में खालिस्तानी समर्थकों की ओर से इस तरह की धमकियों से कोई डरने वाला नहीं है.
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 7,500 स्थानों पर तिरंगा फहराएगी. सरकार की आलोचना के नाम पर देश विरोधी शक्तियों को पहचानने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जब भी देश की अखंडता और एकता पर जब भी बात आएगी, तब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता चट्टान की तरह देश के साथ देश की सुरक्षा में खड़े रहेंगे.
बता दें कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष पर 75 स्थानों पर तिरंगा फहराने का कार्यक्रम रखा है. शुक्रवार को जब हिमाचल प्रदेश के पत्रकारों को रिकॉर्डेड कॉल के जरिए प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को तिरंगा न फहराने देने का ऑडियो वायरल (Audio Viral) हुआ तो हिमाचल प्रदेश के लोगों में इसका विरोध देखने को मिला है. विशेषकर युवा खालिस्तान की इस धमकी के बाद रोष में हैं. खालिस्तान की कथित धमकी के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी स्पष्ट किया है कि जहां भी कार्यक्रम तय होगा वहां पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तिरंगा फहराएंगे.
हालांकि इस धमकी के बाद हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर (Himachal Pradesh Governor Rajendra Arlekar), मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय कैबिनेट मंत्री अनुराग ठाकुर की प्रदेश में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इसके अलावा प्रदेश में आने वाले वाहनों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है.
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