शिमलाः हिमाचल प्रदेश में प्रस्तावित निजी स्कूल फीस रेगुलेटरी बिल के विरोध में निजी स्कूलों ने मोर्चा खोल दिया है. प्रदेश सरकार की ओर से निजी स्कूल में फीस बढ़ोतरी संबंधी ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है. सरकार की ओर से तैयार ड्राफ्ट में निजी स्कूल सालाना केवल 6 फीसदी फीस बढ़ोतरी कर सकेंगे.
शिमला के सभी निजी स्कूलों ने इस ड्राफ्ट का विरोध करना शुरू कर दिया है. शिमला के निजी स्कूल के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी को ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में फीस संबंधी रेगुलेशन को लागू न करने की मांग की गई है.
रेगुलेट न करने की मांग
शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल के प्रिंसिपल अनिल विलसन ने कहा कि शिमला के उपायुक्त से मुलाकात कर उन्होंने फीस रेगुलेटरी को लेकर ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से फीस रेगुलेट की जाएगी, तो शिक्षा की गुणवत्ता गिर जाएगी. उन्होंने कहा कि निजी स्कूल पहले से ही रेगुलेट है और इस बिल के जरिए उन्हें रेगुलेट करने की आवश्यकता नहीं है.
निजी स्कूल की ओर से बढ़ाई जा रही फीस पर साधी चुप्पी
कोरोना संकटकाल के बीच लगातार निजी स्कूलों की ओर से किस में बढ़ोतरी की जा रही है. मीडिया ने जब फीस बढ़ोतरी को लेकर सवाल पूछा, तो इस पर सेंट एडवर्ड स्कूल के प्रिंसिपल ने चुप्पी साध ली.
उन्होंने कहा कि उनकी ओर से कोरोना किसी प्रकार की कोई फीस बढ़ोतरी नहीं की गई है. शहर में केवल चंद स्कूल हैं, जो लगातार फीस बढ़ोतरी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिन निजी स्कूलों की ओर से फीस बढ़ाई जा रही है, उन पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए.
फीस बढ़ाने को लेकर जमकर हो रही किरकिरी
कोरोना काल में भी निजी स्कूलों की ओर से लगातार फीस में बढ़ोतरी की जा रही है. ऐसे में प्रदेश भर में उनकी निजी स्कूलों की जमकर किरकिरी हो रही है. संकट के समय में लोगों के रोजगार पर संकट पैदा हो गया है. ऐसे समय में भी कुछ निजी स्कूलों की ओर से लगातार फीस बढ़ाई जा रही है.
निजी स्कूलों की ओर से बढ़ाई जा रही फीस को लेकर छात्र अभिभावक मंच (Student Parent Forum) की लगातार निजी स्कूलों के खिलाफ मुखर रहा है. कई बार शिक्षा निदेशालय की ओर से भी फीस बढ़ोतरी के खिलाफ निजी स्कूलों को पत्र लिखे जाते हैं.
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