शिमला: हिमाचल में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बारिश से सड़कें, पानी परियोजनाओं के साथ-साथ बिजली की सप्लाई भी प्रभावित हुई है. हिमाचल में बीते 24 घंटे राज्य में भारी बारिश से 4 लोगों की मौत हुई है, जबकि 5 लोग घायल हुए हैं. बारिश से राज्य में 13 मकान और 7 गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हो गईं. प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से कई जगह भूस्खलन हुआ है, जिससे प्रदेश की 85 सड़कें बंद हो गई हैं.
चौबीस घंटों में प्रदेश में 4 लोगों की हुई मौत: दरअसल, हिमाचल में भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है. बीते चौबीस घंटों में प्रदेश में 4 लोगों की मौत हुई है. शिमला जिला में 2 लोगों की मौत हुई है जबकि मंडी और हमीरपुर में एक-एक मौतें हुई हैं. इसके अलावा 5 लोग घायल भी हुए हैं जिनमें 2 लोग सोलन जिला में, मंडी में 2 लोग और सिरमौर में एक व्यक्ति घायल हुआ है. बता दें, लगातार बारिश से 13 मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. इनमें मंडी जिला में 4 मकानों को क्षति पहुंची है, कुल्लू जिला, बिलासपुर और शिमला जिला में एक-एक मकान बारिश से क्षतिग्रस्त हुआ है. हमीरपुर जिला में छह मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना है. हमीरपुर के सुजानपुर के खेरी में बादल फटने से करीब 5 मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना है. इनके अलावा प्रदेश में 7 गौशालाएं भी ढह गई हैं.
हिमाचल में 85 सड़कें बाधित: प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से कई जगह भूस्खलन हो रहे हैं, इससे सड़कों को नुकसान पहुंचा है और यातायात भी बाधित हुआ है. राज्य में 85 सड़कें बंद हो गई हैं. इनमें सबसे ज्यादा 38 सड़कें सिरमौर जिला में बाधित हुई हैं. मंडी जिला में 28 सड़कें बंद हो गई हैं. सोलन जिला में 8 सड़कें बंद हैं जबकि कुल्लू जिला में 3 और चंबा में 2 सड़कें भूस्खलन के कारण बंद हो गई हैं. शिमला और कांगड़ा जिला में भी एक-एक सड़क बारिश के चलते होने वाले भूस्खलन के कारण बंद हुई हैं.
भारी बारिश से बिजली की आपूर्ति बाधित: हिमाचल मे भारी बारिश के चलते कई जगह बिजली की आपूर्ति भी बाधित हुई है. कई जगह बिजली के खंभे टूटने और कई जगह लाइनों के टूटने की वजह बिजली बाधित हुई है. प्रदेश में कई जगह ट्रांसफार्मर भी बंद हो हो गए हैं. प्रदेश के मंडी जिला में 55 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं जिससे इनके आसपास के इलाकों में बिजली गुल हो गई है. इससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. बता दें, चंबा जिला के चुवाड़ी के पास जोत नामक रोड़ पर भारी भूस्खलन हुआ है जिससे वहां करीब 40 वाहन फंसे हुए हैं. प्रशासन ने सड़क को बहाल करने के लिए मशीनरी लगाई हुई है.
पेयजल स्त्रोतों में सिल्ट भरने से पानी की आपूर्ति बाधित: बारिश से नदी नाले उफान पर हैं. इनसे पेयजल स्त्रोतों में सिल्ट भर गई हैं. ऐसे में इनसे होने वाली पानी की सप्लाई भी बाधित हुई है. वही शिमला के कई हिस्सों में पानी की सप्लाई जल निगम नहीं कर पाया. रविवार को शहर में केवल 26 एमएलडी पानी की सप्लाई हो पाई है. जबकि शिमला शहर में 40 एमएलडी पानी की जरूरत रहती है. वही हमीरपुर में भारी बारिश के चलते धौलासिद्ध परियोजना के कार्य में लगी 6 मशीनें पानी में बह गई. जिससे ठेकेदार को 25 लाख के करीब का नुकसान हुआ है. इसके साथ ही हमीरपुर जिला में मुख्य रूप से लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग और विद्युत बोर्ड को एक करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है.
मौहल खड्ड में बहीं गाड़ियां: कुल्लू जिले में बीती रात हुई भारी बारिश से मौहल खड्ड में अचानक बड़ी मात्रा में पानी आ जाने के चलते खासा नुकसान हुआ है. मौहल खड्ड में आई इस बाढ़ में तकरीबन 10 गाड़ियों की बहने की सूचना मिली है. जानकारी के अनुसार, मौहल के मुजक में देर रात बादल फटा था, जिसके बाद नाले का जलस्तर एकाएक बढ़ गया. जिसके चलते नाले किनारे खड़ी हुई गाड़ियां तेज बहाव में बह गई. वही खैरी में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है कई घरों में जल भराव की स्थिति हो गई है. जबकि धौलासिद्ध परियोजना की 6 मशीनें सैलाब में बह गई.
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