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एचपीयू कोर्ट की 31वीं वार्षिक बैठक, उच्चाधिकारियों की अनुपस्थिति पर राज्यपाल हुए तल्ख

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Published : Dec 24, 2019, 11:29 PM IST

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में आयोजित 31वीं वार्षिक कोर्ट मीटिंग की अध्यक्षता राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने की. बैठक में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की वर्ष 2015-16 के वार्षिक लेखा और वर्ष 2017- 2018 की वार्षिक रिपोर्ट को विधानसभा में प्रस्तुत किए जाने के लिए स्वीकृति प्रदान की.

31st Annual Meeting of HPU Court
एचपीयू कोर्ट की 31 वीं वार्षिक बैठक.

शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में आयोजित 31वीं वार्षिक कोर्ट मीटिंग की अध्यक्षता राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने की. इस दौरान उन्होंने शिक्षकों को छात्रों के चरित्र निर्माण को प्राथमिकता पर रखने की बात कही.

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का चरित्र निर्माण हमारे सामने एक बड़ी चुनौती है, जिसमें शिक्षक समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका है. बैठक में एचपी कुलपति प्रोफेसर सिकंदर कुमार ने विश्वविद्यालय के पिछले वर्ष की गतिविधियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की. इस बैठक में उन्होंने पिछले वर्ष हासिल की उपलब्धियों की जानकारी दी.

इसके साथ ही बैठक में राज्य दंत महाविद्यालय शिमला के प्रधानाचार्य और डेंटल साइंसेज के डीन डॉ. आशु गुप्ता को सर्वसम्मति से भारतीय दंत परिषद का सदस्य निर्वाचित किया गया. इसके साथ ही इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और चिकित्सालय शिमला के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के डॉक्टर बृज शर्मा को भी सर्वसम्मति से भारतीय शिक्षा चिकित्सा परिषद का सदस्य चुना गया.

इस बैठक में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की वर्ष 2015-16 के वार्षिक लेखा और वर्ष 2017- 2018 की वार्षिक रिपोर्ट को विधानसभा में प्रस्तुत किए जाने के लिए स्वीकृति प्रदान की. उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि वह नई शिक्षा नीति के प्रारूप का अध्ययन करें, जिसमें विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण के संदर्भ में उपयोगी जानकारी प्रदान की गई है.

वीडियो रिपोर्ट.

राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में खेल गतिविधियों में योग और फिट इंडिया अभियान को शामिल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि शारीरिक शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों के मानसिक शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वैश्विक स्पर्धा के इस दौर में हमें विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा ओर समग्र विकास के अवसर प्रदान करने की आवश्यकता है.

राज्यपाल ने कहा कि भविष्य में कौशल के आधार पर ही रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, जिस पर हमें ध्यान देना आवश्यक है. बैठक में राज्यपाल ने एचपीयू के वार्षिक शैक्षणिक कैलेंडर और द्विपक्षीय न्यूजलेटर हिम शिखर का विमोचन भी किया. इसके साथ ही उन्होंने एचपीयू गेस्ट हाउस की आधारशिला रखी, जिसके निर्माण पर लगभग 10 करोड़ की लागत आएगी.

बैठक में उच्चाधिकारियों की अनुपस्थिति पर राज्यपाल हुए तल्ख

एचपीयू कोर्ट की बैठक में सचिव वित्त, सचिव शिक्षा और उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक कई अनुपस्थिति पर राज्यपाल खफा दिखे. उन्होंने उच्चाधिकारियों की अनुपस्थिति पर चिंता व्यक्त की और साथ ही इन अधिकारियों के अनुपस्थित रहने पर जवाब भी तलब किया है.

राज्यपाल ने कहा कि उच्चाधिकारियों से उनका अनुपस्थित रहने के पीछे का कारण मांगा जाए. इसके साथ ही उन्होंने एचपीयू को अपनी वार्षिक रिपोर्ट में उपलब्धियों से पहले अपनी खामियां और उन खामियों से निपटने के लिए क्या योजना तैयार की गई है. उसे ऊपर रखने की सलाह दी, जिससे कि एचपीयू अपनी कमियों में सुधार कर बेहतर कार्य कर सकें.

शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में आयोजित 31वीं वार्षिक कोर्ट मीटिंग की अध्यक्षता राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने की. इस दौरान उन्होंने शिक्षकों को छात्रों के चरित्र निर्माण को प्राथमिकता पर रखने की बात कही.

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का चरित्र निर्माण हमारे सामने एक बड़ी चुनौती है, जिसमें शिक्षक समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका है. बैठक में एचपी कुलपति प्रोफेसर सिकंदर कुमार ने विश्वविद्यालय के पिछले वर्ष की गतिविधियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की. इस बैठक में उन्होंने पिछले वर्ष हासिल की उपलब्धियों की जानकारी दी.

इसके साथ ही बैठक में राज्य दंत महाविद्यालय शिमला के प्रधानाचार्य और डेंटल साइंसेज के डीन डॉ. आशु गुप्ता को सर्वसम्मति से भारतीय दंत परिषद का सदस्य निर्वाचित किया गया. इसके साथ ही इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और चिकित्सालय शिमला के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के डॉक्टर बृज शर्मा को भी सर्वसम्मति से भारतीय शिक्षा चिकित्सा परिषद का सदस्य चुना गया.

इस बैठक में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की वर्ष 2015-16 के वार्षिक लेखा और वर्ष 2017- 2018 की वार्षिक रिपोर्ट को विधानसभा में प्रस्तुत किए जाने के लिए स्वीकृति प्रदान की. उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि वह नई शिक्षा नीति के प्रारूप का अध्ययन करें, जिसमें विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण के संदर्भ में उपयोगी जानकारी प्रदान की गई है.

वीडियो रिपोर्ट.

राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में खेल गतिविधियों में योग और फिट इंडिया अभियान को शामिल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि शारीरिक शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों के मानसिक शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वैश्विक स्पर्धा के इस दौर में हमें विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा ओर समग्र विकास के अवसर प्रदान करने की आवश्यकता है.

राज्यपाल ने कहा कि भविष्य में कौशल के आधार पर ही रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, जिस पर हमें ध्यान देना आवश्यक है. बैठक में राज्यपाल ने एचपीयू के वार्षिक शैक्षणिक कैलेंडर और द्विपक्षीय न्यूजलेटर हिम शिखर का विमोचन भी किया. इसके साथ ही उन्होंने एचपीयू गेस्ट हाउस की आधारशिला रखी, जिसके निर्माण पर लगभग 10 करोड़ की लागत आएगी.

बैठक में उच्चाधिकारियों की अनुपस्थिति पर राज्यपाल हुए तल्ख

एचपीयू कोर्ट की बैठक में सचिव वित्त, सचिव शिक्षा और उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक कई अनुपस्थिति पर राज्यपाल खफा दिखे. उन्होंने उच्चाधिकारियों की अनुपस्थिति पर चिंता व्यक्त की और साथ ही इन अधिकारियों के अनुपस्थित रहने पर जवाब भी तलब किया है.

राज्यपाल ने कहा कि उच्चाधिकारियों से उनका अनुपस्थित रहने के पीछे का कारण मांगा जाए. इसके साथ ही उन्होंने एचपीयू को अपनी वार्षिक रिपोर्ट में उपलब्धियों से पहले अपनी खामियां और उन खामियों से निपटने के लिए क्या योजना तैयार की गई है. उसे ऊपर रखने की सलाह दी, जिससे कि एचपीयू अपनी कमियों में सुधार कर बेहतर कार्य कर सकें.

Intro:नोट: पैकेज व्रैप से चैक करें

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के शिक्षकों को छात्रों के चरित्र निर्माण को प्राथमिकता देने की सलाह राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने दी हैं। शिक्षकों को यह सलाह उन्होंने आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में आयोजित 31 वीं वार्षिक कोर्ट मीटिंग में दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा है कि विद्यार्थियों का चरित्र निर्माण हमारे सामने एक बड़ी चुनौती है जिसमें शिक्षक समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस बैठक में एचपी कुलपति प्रोफेसर सिकंदर कुमार ने विश्वविद्यालय के पिछले वर्ष की गतिविधियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने पिछले वर्ष हासिल की गई उपलब्धियों की जानकारी इस बैठक में दी।




Body:इसके साथ ही बैठक में राज्य दंत महाविद्यालय शिमला के प्रधानाचार्य और डेंटल साइंसेज के डीन डॉ. आशु गुप्ता को सर्वसम्मति से भारतीय दंत परिषद का सदस्य निर्वाचित किया गया। पूर्व डीन ऑफ स्टडीज प्रो. वी.पी शर्मा ने उनके नाम का प्रस्ताव किया जबकि प्रोफेसर एस.एस कंवर ने भी इसका समर्थन किया। इसके साथ ही इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और चिकित्सालय शिमला के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के डॉक्टर बृज शर्मा को भी सर्वसम्मति से भारतीय शिक्षा चिकित्सा परिषद का सदस्य चुना गया। पूर्व प्रति कुलपति प्रोफेसर एन के शारदा ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा और प्रोफेसर नागेश ठाकुर ने इसका समर्थन किया। इस बैठक में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की वर्ष 2015-16 के वार्षिक लेखा और वर्ष 2017- 2018 की वार्षिक रिपोर्ट को विधानसभा में प्रस्तुत किए जाने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई।


Conclusion:उन्होंने शिक्षकों का आहवान किया कि वह नई शिक्षा नीति के प्रारूप का अध्ययन करें जिसमें विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण के संदर्भ में उपयोगी जानकारी दी गई है। उन्होंने विश्वविद्यालय में खेल गतिविधियों में योग और फिट इंडिया अभियान को शामिल करने के लिए कहा और कहा कि शारीरिक शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों के मानसिक शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि वैश्विक स्पर्धा के इस दौर में हमें विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा ओर समग्र विकास के अवसर प्रदान करने की आवश्यकता है। कौशल विकास पर विशेष बल देते हुए उन्होंने कहा कि भविष्य में कौशल के आधार पर ही रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे जिस पर हमें ध्यान देना आवश्यक है। बैठक में राज्यपाल ने एचपीयू के वार्षिक शैक्षणिक कैलेंडर और द्विपक्षीय न्यूज़लेटर हिम शिखर का विमोचन भी किया। इसके साथ ही उन्होंने एचपीयू गेस्ट हाउस की आधारशिला रखी जिसके निर्माण पर लगभग 10 करोड़ की लागत आएगी।

बॉक्स:
बैठक में उच्चाधिकारियों की अनुपस्थिति पर राज्यपाल हुए तल्ख़

एचपीयू कोर्ट की बैठक में सचिव वित्त, सचिव शिक्षा और उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक क़ई अनुपस्थिति पर राज्यपाल खफा दिखे। उन्होंने उच्चाधिकारियों की अनुपस्थिति पर चिंता व्यक्त की और साथ ही इन अधिकारियों के अनुपस्थित रहने पर जवाब भी तलब किया है। राज्यपाल ने कहा कि उच्चाधिकारियों से जवाब मांगा जाए कि उनका से अनुउपस्थित रहने के पीछे का कारण क्या है। इसके साथ ही उन्होंने एचपीयू को भी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में उपलब्धियों से पहले अपनी खामियां और उन खामियों से निपटने के लिए क्या योजना तैयार की गई है उसे ऊपर रखने की सलाह दी जिससे कि एचपीयू अपनी कमियों में सुधार कर बेहतर कार्य कर सकें।
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