शिमला: कोविड के दौर में अस्पतालों में अब स्टाफ की कमी नहीं रहेगी. पिछले एक साल से लंबित स्टाफ नर्स की परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी सहित टांडा मेडिकल कॉलेज और अन्य सरकारी अस्पतालों को 306 स्टाफ नर्स मिली हैं.
इसमें अकेले आईजीएमसी को ही 100 से ज्यादा स्टाफ नर्स मिली हैं. पिछले करीब 1 साल से स्टाफ नर्स की परीक्षा का परिणाम लटका हुआ था. स्टाफ सिलेक्शन कमीशन हमीरपुर की ओर से 2019 में स्टाफ नर्स के करीब 714 पद भरने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से परीक्षा करवाई गई थी. जिसका परिणाम घोषित कर दिया गया है.
कोविड के बीच जब प्रदेश के अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मियों की अधिक जरूरत है तो ऐसे में नई स्टाफ नर्स मिलने से यह बड़ी राहत मिली है. अनुबंध आधार पर इन स्टाफ नर्स की भर्तियां की जाएगी. इन्हें 13500 मासिक वेतन दिया जाएगा. गौरतलब है कि अभी तक प्रदेश में 2450 नर्स तैनात थीं, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामले में नर्स की कमी होने लगी थी. ऐसे में सरकार ने 306 नर्स की तैनाती कर दी है.