रामपुरः जिला स्तरीय फाग मेला शुक्रवार से शुरू हो गया है. मेले के दूसरे दिन शनिवार को 12 बजे से देवताओं की शोभा यात्रा शुरू हुई. गणेश देवता के देवलुओं ने बाजार मेंशोभायात्रा निकाली. सभी देवता अपने देवलुओं के साथ बाजार से होकर नेशनल हाईवे के साथ पदम पैलस तक शोभायात्रा निकालेंगे. इसके बाद दरबार के प्रांगण में जाकर नाटी लगाई जाती है. जहां क्षेत्र से आए सभी लोग देवताओं का इंतजार करते हैं.
बता दें किबुशहर क्षेत्र में देवी-देवताओं का अस्तित्व प्रत्येक गांव में सामाजिक जीवन का आवश्यक अंग है. यह मेला पदम पैलस राज महल के प्रांगण में मनाया जाता है. तीन दिन इस प्रांगण में देवताओं के साथ आए देवलु और अन्य लोग नाटी डालते हैं. माना जाता है कि पहले लोग इस मेले में ही अपने रिश्तेदारों से मिल पाते थे. एक साल के बाद दूसरे साल के लिए मेले में आने का वादा किया जाता था, यदि कोई इस मेले में नहीं आता था तो माना जाता था कि उस महिला या पुरुष की मृत्यु हो चुकी होगी या फिर किसी बीमारी के कारण इस मेले में नहीं आ पाए होंगे. इस दौरान महिलाएं अपने साथ घर से गेहूं व चावल की मौड़ी भी लेकर आती थीं और एक दूसरे को बांट कर मेले का आनंद लेती थीं.