शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को अपने कार्यकाल के तीसरे बजट में स्वास्थ्य को लेकर बड़ी घोष्णाएं की है. प्रदेश में टीवी रोगियों को 1500 रुपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता दी जाएगी. दिन-प्रतिदिन ब्रेस्ट कैसर के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला के सभी अस्पतलों में मैमोग्राफी मशीनें उपलब्ध करवाई जाएंगी. ब्रेस्ट कैंसर से निपटने के लिए एसकेएम योजना शुरू करने की घोषणा की गई है.
वहीं, एचआईवी पीडित लोगों को जीवन भर एआरटी केंद्रों में विशेष थैरेपी लेनी पड़ती है. प्रदेश के 3 मेडिकल कॉलेजों में एआरटी केंद्र सेवा शुरू करने की घोषणा की गई है. स्वास्थ्य विभाग हिम आरोग्य सेवा शुरू करेगा. इसके लिए हर व्यक्ति को यूनिक आईडी मिलेगी. वहीं, दुर्गम इलाकों में 10 मोबाइल हेल्थ सेंटर स्थापित किए जाएंगे.
वर्तमान में हिमाचल में 100 एंबुलेंस को बदलकर नई ऐंबुलेंस लाई जाएंगी. अस्पतालों में बेसहारा लोगों के लिए नई योजना की शुरूआत की जाएगी. लंबे समय से आशा वर्कर की लंबित मांगो को देखते हुए 600 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रति गर्भवति महिला को दी जाएगी. 60 वर्ष से अधिक की उम्र के लोगों को निशुल्क आयुर्वेदिक दवाईयां मिलेगी.
विभिन्न योजनाओं का लाभ
सीएम में अपने भाषण में कहा कि हिमकेयर योजना से जनता को लाभ मिला. हिमकेयर योजना से 68,222 लोगों को 63 करोड़ रुपये का लाभ मिला है. आयुष्मान योजना से 92922 लाभर्थियों को 53 करोड़ की सुविधाएं मिली है. प्रदेश सरकार तय सीमा से पहले टीवी के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है.
राष्ट्रीय टीवी रोग उन्मूलन के लिए क्षय रोग निवारण योजना लागू होगी. पिछले साल हिमाचल प्रदेश को टीवी के क्षेत्र में सराहनीय काम करने के लिए देशभर में पहला स्थान मिला था. बच्चियों और किशोरियों के टीकाकरण के लिए सभी बिंदुओं पर अध्ययन होगा. टीकाकरण के लिए स्वच्छ किशोरतत्व और मातृत्व योजना शुरू होगी.
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