मंडी: नशा एक ऐसी बुराई है जो हमारे जीवन को नष्ट कर देती है. नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति परिवार के साथ समाज पर बोझ बन जाता है. युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा नशे की लत से पीड़ित है. सरकार इन पीड़ितों को नशे के चुंगल से छुड़ाने के लिए नशा मुक्ति अभियान चलाती है.
वहीं, शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर राम हनुमान सेवा समिति, जीव कल्याण मात्र परिवार संस्था और युवा क्रांति युवक मंडल धनोटू की ओर से नशे के विरोध में शपथ ली गई. संस्थाओं के कार्यकर्ताओं ने पुलिस चेक पोस्ट धनोटू के इंचार्ज के साथ नशे की होली भी जलाई.
इस मौके पर राम हनुमान सेवा समिति के सचिव चमन ठाकुर ने सभी संस्थाओं का धन्यवाद दिया और क्षेत्र के युवाओं से नशा न करने का प्रण लिया. उन्होंने कहा कि अगर युवा ही नशे की दलदल में फंस जाए तो देश का विकास संभव नहीं होता.
साथ में जीव कल्याण मात्र परिवार संस्था के अध्यक्ष सूरज सेन ने सभी युवाओं को नशे से दूर रहने की अपील की और इस संदर्भ में नशे जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ सभी धार्मिक संस्थाओं, सामाजिक संस्थाओं, को एकजुट होकर मिलकर लड़ने का सहयोग मांगा. वहीं, युवा क्रांति युवक मंडल धनोटू के अध्यक्ष जितेश चंदेल ने नशे के उन्मूलन के लिए सभी से पुलिस का सहयोग करने की मांग रखी.
बता दें कि ध्रूमपान से फेफड़े में कैंसर होता है, वहीं कोकीन, चरस, अफीम लोगों में उत्तेजना बढ़ाने का काम करती हैं, जिससे समाज में अपराध और गैरकानूनी हरकतों को बढ़ावा मिलता है. इन नशीली वस्तुओं के उपयोग से व्यक्ति पागल और सुप्तावस्था में चला जाता है. तम्बाकू के सेवन से निमोनिया और सांस की बीमारियों का सामना करना पड़ता है. इसके सेवन से स्वस्थ्य और धन दोनों की हानि होती है.
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