करसोग/मंडी: उपमंडल करसोग के ग्रामीण क्षेत्रों में बिना किसी सामाजिक आंदोलन के महिलाओं की बेटियों के प्रति सोच बहुत सुधरी है. महिलाएं बेटी के मोल को पहचानती है. ग्रामीण इलाकों में अब बेटियों के जन्मदिन पर शुभ कामना गीत गाए जाते हैं. बेटी के प्रति सम्मान दिखाने का जिम्मा ग्रामीण क्षेत्रों में बने महिला मंडलों ने संभाला है.
बेटी के जन्मदिन पर घर में उत्साह का माहौल हो, इसके लिए करसोग क्षेत्र की ग्रामीण महिलाएं बेटी के जन्मदिन पर शुभकामना गीत सुनाती है. बेटी को गोद में बिठाकर 'माई माई किनिये लाया खैलणु' आदि गीत सुनाकर जन्मदिन को उत्साह के साथ मनाया जाता है. महिलाएं न केवल बेटी के जन्मदिन पर घर में जाकर खुशियां मनाती हैं बल्कि इस शुभ अवसर पर कई तरह के उपहार भी बरसते हैं.
इसके साथ ही बेटी के खुशहाल जीवन की कामना के भी गीत गाए जाते हैं. इसी कड़ी में करसोग के तहत गांव बगैण में अनवी का जन्मदिन भी उत्साह के साथ मनाया गया. यहां ग्राम पंचायत भनेरा के महिला मंडल बगैण की सभी सदस्यों ने मेहरचंद के घर जाकर बेटी अनवी के जन्मदिन पर गीत सुनाए और कई तरह के उपहार भी दिए. यही नहीं महिला मंडल की सदस्य गांव में सभी बेटियों के जन्मदिन के अवसर पर घर में जाकर खुशियां मनाती हैं.
बता दें कि करसोग में बेटी के जन्म पर भी बधाई गीत गाए जाते हैं. इसके लिए घर के आंगन में बाकायदा उत्सव का माहौल रचा जाता है, जिसमें ग्रामीण महिलाएं बेटी का जन्म होने की खुशी में परिवार के सदस्यों पर तोहफों और आशीषों की बौछार करती हैं. महिला मंडल बगैण की प्रधान संजीवना शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत भनेरा में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व बेटी है अनमोल के तहत बगैण में अनवी का जन्मदिन मनाया गया. इस अवसर पर उपहार भी दिए गए. उन्होंने कहा बेटी भी बेटों से कम नहीं है. इसके लिए क्षेत्र में सभी बेटियों के जन्मदिन पर उपहार दिए जाते हैं.
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