मंडी: मांगों को लेकर संघर्षरत अंशकालीन जलवाहक कम सेवादार संघ का क्रमिक अनशन मंगलवार को दूसरे दिन में प्रवेश कर गया है. सीएम के गृह जिला मुख्यालय में सेरी चाननी में दूसरे दिन भी खराब मौसम के बीच जलवाहक अपनी मांगों को लेकर डटे रहे.
इस दौरान क्रमिक अनशन पर बैठे जलवाहकों ने जोरदार नारेबाजी की. संघ का कहना है कि मांगें न मानने तक क्रमिक अनशन जारी रहेगा. संघ ने अन्य कर्मचारी संगठनों से भी सहयोग मांगा है. संघ के जिला प्रधान भुटू राम ने कहा कि सरकार मांगों पर गौर करे और वार्ता के लिए बुलाए.
भुटू राम का कहना है कि अब तक उन्हें केवल सरकार से आश्वासन ही मिले हैं. अब सरकार को जलवाहकों के लिए कुछ करना होगा अन्यथा उन्हें जीवनयापन करना मुश्किल हो रहा है. महंगाई के दौर में उन्हें नाममात्र मानदेय मिल रहा है. मात्र 2400 रुपये में जलवाहकों को गुजारा करना पड़ रहा है.
संघ के जिला प्रधान ने कहा कि कुछ महीने बाद रेगुलर होने जा रहा उनका एक साथी आंदोलन में भाग लेने के लिए मंडी आ रहा था, लेकिन बीच रास्ते में हृदयघात होने से उसकी मौत हो गई. उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनके साथी के परिवार को उनकी नौकरी दी जाए साथ ही सरकार मृतक के परिजनों की आर्थिक सहायता करें.
जलवाहक कम सेवादार संघ ने प्रदेश सरकार से मांग कि है कि बिना किसी शर्त 10 साल का कार्यकाल पूरा कर चुके जलवाहकों को नियमित किया जाए अगर शिक्षा विभाग में खाली पद नहीं है तो अन्य विभाग में भेज दिया जाए. उन्होंने कहा कि अंशकालीन जलवाहकों को पांच साल के बाद डेलीवेज बनाया जाए और तीन साल के बाद नियमित किया जाए. जलवाहकों की सेवानिवृत्ति 58 साल से बढ़ाकर 60 वर्ष की जाए.
बता दें कि जिला जलवाहक कम सेवादार संघ अपनी मांगों को लेकर बीते आठ जुलाई से सेरी चाननी में क्रमिक अनशन पर बैठे हैं. संघ का कहना है कि सरकार की अनदेखी पर आंदोलन तेज किया जाएगा.