धर्मपुर: राम मंदिर निर्माण के लिए चले समर्पण निधि कार्यक्रम के तहत इकट्ठी की जा रही धन राशि अभियान के तहत धर्मपुर में विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत अध्यक्ष लेखराज राणा, समर्पण निधि के प्रदेश संयोजक और विश्व हिंदू परिषद प्रदेश सह मंत्री सुनील जसवाल ने संयुक्त प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बड़ी लंबी लड़ाई और संघर्ष के बाद आज हिंदुओं की आस्था के प्रतीक राम मंदिर का निमार्ण हो रहा है. ये हमारे हिन्दू समाज के लिए गर्व का विषय है.
राम मंदिर निर्माण के लिए समर्पण राशि
धर्मपुर में विश्व हिन्दू परिषद ने कहा कि 6 दिसंबर 1992 को कार सेवकों की ओर से मस्जिद के उस अवैध ढांचे को गिराकर मंदिर निर्माण की ओर कदम बढ़ाया था. इसीलिए हम उस दिन को शौर्य दिवस के रूप में मनाते हैं. विश्व हिन्दू परिषद ने देश भर में 55 करोड़ हिंदुओं तक मंदिर निर्माण के लिए समर्पण राशि बारे पहुंचने का लक्ष्य रखा है जो हिमाचल में भी 13 लाख लोगों तक जाना है. इसके लिए ढाई हजार टीमें लगी है जिनमें पच्चीस हजार स्वयं सेवक अपना योगदान दे रहे हैं. अयोध्या के अंदर बनाये जा रहे मंदिर को ऐसी तकनीक से बनाया जा रहा है जिससे यह मंदिर हजारों वर्षों तक खड़ा रहे. इसके लिए वैज्ञानिकों की सहायता भी ली जा रही है जिससे अयोध्या दुनिया की सांस्कृतिक राजधानी बनेगी जिसके शोध के लिए दुनिया भर से शोध कर्ता आएंगे.
मंदिर निर्माण में जलशक्ति मंत्री दिया योगदान
विश्व हिन्दू परिषद ने कहा कि अयोध्या में एक लाख लोगों का एक सभागार बनेगा और पांच हजार तक लोगों के ठहरने की व्यवस्था रहेगी. इसी कड़ी में आज ही स्थानीय विधायक और जलशक्ति मंत्री ठाकुर महेंद्र सिंह ने दो लाख ग्यारह सौ रुपये मंदिर निर्माण के लिए दिए. वहीं, भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी रजत ठाकुर ने एक लाख ग्यारह हजार एक सौ गयारह रुपए और उनकी पत्नी ने इक्किस हजार रुपए का योगदान मंदिर निर्माण के लिए किया. उन्होंने क्षेत्र के लोगों से भी हिंदुओं की आस्था के प्रतीक राम मंदिर निर्माण के लिए खुलकर दान देने की अपील की है.
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