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दलाश पंचायत में नहीं मोक्ष धाम के लिए रास्ता, ग्रामीणों को हो रही परेशानी - mandi news

ग्राम पंचायत दलाश के प्रतिनिधि गांव के मोक्ष धाम वाले रास्ते का निर्माण नहीं करवा रहे हैं, जिससे चार गांव के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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Published : Nov 16, 2019, 7:17 PM IST

मंडी: करसोग से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत दलाश समेत कुछ अन्य गांव के लोगों को शव को अंतिम पड़ाव पर ले जाना मुश्किल हो गया है. चार गांव के लिए नौन के पास बने मोक्ष धाम की न तो चुने हुए प्रतिनिधि सुध ले रहे हैं और न ही सरकार इस तरफ कोई ध्यान दे रही है.

स्थिति ये है कि नौन के मोक्ष धाम के लिए न तो रास्ता है और न ही दाह संस्कार के वक्त यहां पर लोगों के बैठने और लकड़ियां रखने के लिए शेड की व्यवस्था की गई है. मोक्ष धाम के लिए चार गांव दलाश, रवाड़ी, चपौल और दलधार के ग्रामीण शव को अंतिम पड़ाव पर ले जाते हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

मोक्ष धाम मुख्य सड़क से करीब 100 मीटर की दूरी पर है, जहां पर रास्ते के नाम पर कुछ भी नहीं है. ग्रामीणों को ऐसे में पहाड़ी से उतरकर जाना पड़ता है. गांव के लोगों ने ग्राम प्रतिनिधियों और सरकार से मोक्ष धाम के लिए रास्ता बनाने और शेड की व्यवस्था करने की अपील की है.

मंडी: करसोग से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत दलाश समेत कुछ अन्य गांव के लोगों को शव को अंतिम पड़ाव पर ले जाना मुश्किल हो गया है. चार गांव के लिए नौन के पास बने मोक्ष धाम की न तो चुने हुए प्रतिनिधि सुध ले रहे हैं और न ही सरकार इस तरफ कोई ध्यान दे रही है.

स्थिति ये है कि नौन के मोक्ष धाम के लिए न तो रास्ता है और न ही दाह संस्कार के वक्त यहां पर लोगों के बैठने और लकड़ियां रखने के लिए शेड की व्यवस्था की गई है. मोक्ष धाम के लिए चार गांव दलाश, रवाड़ी, चपौल और दलधार के ग्रामीण शव को अंतिम पड़ाव पर ले जाते हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

मोक्ष धाम मुख्य सड़क से करीब 100 मीटर की दूरी पर है, जहां पर रास्ते के नाम पर कुछ भी नहीं है. ग्रामीणों को ऐसे में पहाड़ी से उतरकर जाना पड़ता है. गांव के लोगों ने ग्राम प्रतिनिधियों और सरकार से मोक्ष धाम के लिए रास्ता बनाने और शेड की व्यवस्था करने की अपील की है.

Intro:सौ मीटर रास्ता तक भी नहीं बना पाए चुने हुए प्रतिनिधी, दाह संस्कार के समय लोगों के बैठने के लिए शैड की भी नहीं व्यवस्थाBody:जीवन के अंतिम सफर पर शव ले जाना भी मुश्किलों से भरा, नौन में बने मोक्ष धाम की सुध तो लो सरकार

करसोग
करसोग से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत दलाश सहित कुछ अन्य गांव के लोगों को शव को अंतिम पड़ाव पर ले जाना मुश्किल हो गया है। चार गांव के लिए नौन के पास वने मोक्ष धाम की न तो चुने हुए प्रतिनिधि सुध ले रहे हैं और न ही सरकार इस तरफ कोई ध्यान दे रही है। स्थिति ये है कि नौन के मोक्ष धाम के लिए न तो रास्ते की हालत सही है और न ही दाह संस्कार के वक्त यहां पर लोगों के बैठने और लकड़ियां रखने के लिए शेड की व्यवस्था की गई है। इस मोक्ष धाम के लिए चार गांव दलाश, रवाड़ी,चपौल व दलधार के ग्रामीण जब शव को अतिम पड़ाव पर ले जाते हैं तो सड़क से महज 100 मीटर दरिया तक जाने वाले रास्ते की खस्ताहालत के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। रास्ते की हालत इतनी खराब है कि कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। यही नहीं मोक्ष धाम में दाह संस्कार करने को आए लोगों के बैठने के लिए एक शेड तक नहीं बनाया गया है। जिससे बरसात और बारिश होने पर लोगों को दाह संस्कार करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय निवासी गोविंद शर्मा का कहना है कि मोक्ष धाम तक रास्ते की हालत बहुत ही खराब है। ऐसे में यहां तक शव को पहुंचना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। उन्होंने सरकार से रास्ते की बनाने और मोक्ष धाम के साथ ही एक शेड निर्माण की मांग की है।Conclusion:स्थानीय निवासी गोविंद शर्मा का कहना है कि मोक्ष धाम तक रास्ते की हालत बहुत ही खराब है। ऐसे में यहां तक शव को पहुंचना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। उन्होंने सरकार से रास्ते की बनाने और मोक्ष धाम के साथ ही एक शेड निर्माण की मांग की है।
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