मंडी: करसोग से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत दलाश समेत कुछ अन्य गांव के लोगों को शव को अंतिम पड़ाव पर ले जाना मुश्किल हो गया है. चार गांव के लिए नौन के पास बने मोक्ष धाम की न तो चुने हुए प्रतिनिधि सुध ले रहे हैं और न ही सरकार इस तरफ कोई ध्यान दे रही है.
स्थिति ये है कि नौन के मोक्ष धाम के लिए न तो रास्ता है और न ही दाह संस्कार के वक्त यहां पर लोगों के बैठने और लकड़ियां रखने के लिए शेड की व्यवस्था की गई है. मोक्ष धाम के लिए चार गांव दलाश, रवाड़ी, चपौल और दलधार के ग्रामीण शव को अंतिम पड़ाव पर ले जाते हैं.
मोक्ष धाम मुख्य सड़क से करीब 100 मीटर की दूरी पर है, जहां पर रास्ते के नाम पर कुछ भी नहीं है. ग्रामीणों को ऐसे में पहाड़ी से उतरकर जाना पड़ता है. गांव के लोगों ने ग्राम प्रतिनिधियों और सरकार से मोक्ष धाम के लिए रास्ता बनाने और शेड की व्यवस्था करने की अपील की है.