धर्मपुर/मंडीः वर्ष 2014 में हुई भारी बरसात से ग्राम पंचायत सरी के जलाड़ी में अनुसूचित जाति के तीन परिवार जो गांव से कुछ दूरी पर बसे है बरसात के कारण इतना बड़ा ल्हासा गिरा जिससे पूरा रास्ता ही क्षतिग्रस्त हो गया था और साथ ही 3 कमरों के मकान का आंगन भी क्षतिग्रस्त हो गया था मकान का पिल्लर जो अभी भी हवा में लटका है जिसे पिछले 6 वर्षों से तिरपाल लगाकर ढका है ताकि इस बीच में हुई बरसातों में मकान को ढहने से बचाया जा सके, लेकिन हैरानी की बात है कि तब से लेकर आज तक पंचायत का गठन भी तीसरी बार होने वाला है लेकिन पंचायत की ओर से आज तक न तो रास्ते का ही निर्माण किया गया और न ही मकान को गिरने से बचाने के लिए पंचायत की ओर से किसी तरह कोई दीवार लगाने बारे पहल की गई. मात्र विधायक निधि से 20,000 रुपए मकान को बचाने के लिए मिले जिससे सुरक्षा दीवार की मात्र फाउंडेशन की बन पाई है.
3 परिवारों ने पंचायत चुनाव में मतदान न करने का लिया फैसला
तीनों परिवारों के एक सदस्य भवानी दत्त का कहना है कि 2014 में ही जमीन और मकान की सुरक्षा दीवार लगाने बारे आपदा प्रबंधन धर्मपुर के माध्यम से प्राक्कलन बनाकर भेजा गया लेकिन कुछ भी नहीं हुआ इतना ही नहीं एक बार मैं खुद एक अलग एस्टीमेट और पंचायत का प्रस्ताव लेकर खुद तत्कालीन जिलाधीश संदीप कदम से समस्या बारे मिला लेकिन वो भी आज तक ठंडे बस्ते में ही पड़ा है.
भवानी दत्त का कहना है कि हर की पंचायत और आपदा प्रबंधन की बेरुखी के चलते इस बार हम 3 परिवारों ने पंचायत चुनाव में मतदान न करने का फैसला लिया है क्योंकि जब पंचायत और आपदा प्रबंधन को हमारी चिंता ही नहीं है तो हम क्यों मतदान में हिस्सा लें?
मामले संबंधी बीडीओ धर्मपुर और पंचायत को दिए जाएंगे आदेश
जब आपदा प्रबंधन के उपमंडलीय अध्यक्ष एवं उपमंडल अधिकारी धर्मपुर सुनील वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरे ध्यान में मामला आपके माध्यम से ही आया है इस बारे बीडीओ धर्मपुर और पंचायत को आदेश किए जाएंगे और पंचायत चुनाव में ये परिवार हिस्सा लें इस बारे बात की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः- कुलदीप राठौर ने सरकार पर साधा निशाना, कहा: पंचायती राज चुनाव में हारेंगे भाजपा समर्थित उम्मीदवार