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भरनाल मोक्षधाम में शेड न होने से बारिश और धूप में करना पड़ता है मृतकों का अंतिम संस्कार - मृतकों का अंतिम संस्कार

सरकाघाट के भरनाल मोक्षधाम में शेड नहीं होने के चलते ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों को भारी बारिश और धूप में मृतकों का अंतिम संस्कार करना पड़ता है. ग्रामीणों ने सरकार प्रशासन और पंचायत से भरनाल श्मशान घाट में शेड बनाने की मांग उठाई है.

Villagers are facing problems during cremation due to lack of shed
भरनाल मोक्षधाम
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Published : Jun 3, 2021, 4:56 PM IST

सरकाघाट, मंडी: भरनाल मोक्षधाम में शेड नहीं होने के चलते ग्रामीणों को भारी बारिश और धूप में मृतकों का अंतिम संस्कार करना पड़ता है. दो दिन पहले एक बुजुर्ग का अंतिम संस्कार करते समय तेज तूफान और बारिश होने के चलते अंतिम संस्कार करने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. लोगों को छातों का सहारा लेना पड़ा जो तूफान के कारण उड़ते रहे.

भारी बारिश और धूप में करना पड़ता है अंतिम संस्कार

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जब भी गांव में किसी की मौत हो जाती है तो धूप या बारिश के मौसम में शव का अंतिम संस्कार करने में ग्रामीणों को बहुत अधिक कठिनाई होती है. उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही एक मौत हो गई थी तो उसका अंतिम संस्कार करते समय तेज बारिश होने से सभी को भगना पड़ा और जिससे बाद बहुत कठिनाई के साथ मृतक का अंतिम संस्कार किया गया.

सरकार से शेड लगाने की मांग

लोगों ने सरकार प्रशासन और पंचायत से मांग उठाई ह‌ै कि भरनाल श्मशान घाट के लिए शेड बनाया जाए ताकि लोगों को मृतकों का अंतिम संस्कार करने में दिक्कतों का सामना ना करना पड़े. ग्रामीणों ने यह भी कहा कि इस शेड के लिए सरकार की तरफ से रा‌शि स्वीकृत हुई है, लेकिन हैरानी इस बात की है कि पंचायत के द्वारा आज तक इसका निर्माण नहीं किया गया.

ग्रामीणों का कहना है कि शेड के निर्माण कार्य में जमीन की समस्या सामने आ रही है. उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग उठाई है ‌कि जल्द ही जमीन की अड़चन को दूर करके इस श्मशान घाट के लिए शेड बनवाए जाएं.

यह भी पढ़ें :- हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में आवश्यक होगा रैपिड एंटीजन टेस्ट, निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही होगी एंट्री

सरकाघाट, मंडी: भरनाल मोक्षधाम में शेड नहीं होने के चलते ग्रामीणों को भारी बारिश और धूप में मृतकों का अंतिम संस्कार करना पड़ता है. दो दिन पहले एक बुजुर्ग का अंतिम संस्कार करते समय तेज तूफान और बारिश होने के चलते अंतिम संस्कार करने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. लोगों को छातों का सहारा लेना पड़ा जो तूफान के कारण उड़ते रहे.

भारी बारिश और धूप में करना पड़ता है अंतिम संस्कार

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जब भी गांव में किसी की मौत हो जाती है तो धूप या बारिश के मौसम में शव का अंतिम संस्कार करने में ग्रामीणों को बहुत अधिक कठिनाई होती है. उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही एक मौत हो गई थी तो उसका अंतिम संस्कार करते समय तेज बारिश होने से सभी को भगना पड़ा और जिससे बाद बहुत कठिनाई के साथ मृतक का अंतिम संस्कार किया गया.

सरकार से शेड लगाने की मांग

लोगों ने सरकार प्रशासन और पंचायत से मांग उठाई ह‌ै कि भरनाल श्मशान घाट के लिए शेड बनाया जाए ताकि लोगों को मृतकों का अंतिम संस्कार करने में दिक्कतों का सामना ना करना पड़े. ग्रामीणों ने यह भी कहा कि इस शेड के लिए सरकार की तरफ से रा‌शि स्वीकृत हुई है, लेकिन हैरानी इस बात की है कि पंचायत के द्वारा आज तक इसका निर्माण नहीं किया गया.

ग्रामीणों का कहना है कि शेड के निर्माण कार्य में जमीन की समस्या सामने आ रही है. उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग उठाई है ‌कि जल्द ही जमीन की अड़चन को दूर करके इस श्मशान घाट के लिए शेड बनवाए जाएं.

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