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करसोग अस्पताल पहुंची अल्ट्रासाउंड मशीन, चार साल बाद लोगों को मिली सुविधा

मामला सुर्खियों में आने के बाद अल्ट्रासाउंड की मशीन करसोग सिविल अस्पताल पहुंच गई है. अब अगले कुछ दिनों में अस्पताल में ही मरीजों का अल्ट्रासाउंड होगा. सीएमओ मंडी तीन से चार दिनों में करसोग आकर अल्ट्रासाउंड मशीन को चेक करेंगे.

civil hospital karsog
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Published : Aug 8, 2020, 6:33 PM IST

करसोग/मंडी: करसोग वासियों के लिए राहत भरी खबर है. अब अगले सप्ताह से मरीजों को अल्ट्रासाउंड के लिए प्राइवेट लैब में जेब ढीली नहीं करनी होगी. मामला सुर्खियों में आने के बाद अल्ट्रासाउंड की मशीन करसोग सिविल अस्पताल पहुंच गई है. अब अगले कुछ दिनों में अस्पताल में ही मरीजों का अल्ट्रासाउंड होगा.

सीएमओ मंडी तीन से चार दिनों में करसोग आकर अल्ट्रासाउंड मशीन को चेक करेंगे. जिसके बाद जनता को यह सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी. सिविल अस्पताल करसोग में लगभग चार साल बाद अल्ट्रासाउंड किए जा सकेंगे. वर्ष 2016 में रेडियोलॉजिस्ट की सेवानिवृति के बाद से ये पद खाली चल रहा था. जिस कारण अस्पताल में अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहा था. सरकार ने अल्ट्रासाउंड की मशीन के लिए रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति कर दी है. इसके अतिरिक्त सरकार ने चार और विशेषज्ञों को करसोग अस्पताल में भेजने के आदेश जारी किए हैं. इसमें डॉ. कमल दत्ता ने सर्जन के पद पर ज्वाइन कर लिया है.

प्राइवेट लैब में अल्ट्रासाउंड के खर्च करने पड़ते थे 1 हजार रुपये:

करसोग सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की मशीन न होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. गर्भवती महिलाओं सहित पत्थरी के मरीजों को प्राइवेट लैब में करीब एक हजार खर्च करके अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा था. इसके अतिरिक्त मरीजों को शिमला सहित मंडी जाकर अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा था, लेकिन अब लोगों को रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति और अल्ट्रासाउंड मशीन आने के बाद इस तरह की परेशानियों से मुक्ति मिलने वाली है.

सीएमओ मंडी डॉ. देवेंद्र शर्मा का कहना है कि अल्ट्रासाउंड की मशीन करसोग सिविल अस्पताल में भेज दी है. ऐसे में अगले सप्ताह से अस्पताल में ही अल्ट्रासाउंड होगा. उन्होंने कहा कि इस बारे में बाकी बची औपचारिकताओं को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.

पढ़ें: जेपी नड्डा के घर से 16 लोगों के लिए कोरोना सैंपल, सभी को किया गया क्वरांटाइन

करसोग/मंडी: करसोग वासियों के लिए राहत भरी खबर है. अब अगले सप्ताह से मरीजों को अल्ट्रासाउंड के लिए प्राइवेट लैब में जेब ढीली नहीं करनी होगी. मामला सुर्खियों में आने के बाद अल्ट्रासाउंड की मशीन करसोग सिविल अस्पताल पहुंच गई है. अब अगले कुछ दिनों में अस्पताल में ही मरीजों का अल्ट्रासाउंड होगा.

सीएमओ मंडी तीन से चार दिनों में करसोग आकर अल्ट्रासाउंड मशीन को चेक करेंगे. जिसके बाद जनता को यह सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी. सिविल अस्पताल करसोग में लगभग चार साल बाद अल्ट्रासाउंड किए जा सकेंगे. वर्ष 2016 में रेडियोलॉजिस्ट की सेवानिवृति के बाद से ये पद खाली चल रहा था. जिस कारण अस्पताल में अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहा था. सरकार ने अल्ट्रासाउंड की मशीन के लिए रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति कर दी है. इसके अतिरिक्त सरकार ने चार और विशेषज्ञों को करसोग अस्पताल में भेजने के आदेश जारी किए हैं. इसमें डॉ. कमल दत्ता ने सर्जन के पद पर ज्वाइन कर लिया है.

प्राइवेट लैब में अल्ट्रासाउंड के खर्च करने पड़ते थे 1 हजार रुपये:

करसोग सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की मशीन न होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. गर्भवती महिलाओं सहित पत्थरी के मरीजों को प्राइवेट लैब में करीब एक हजार खर्च करके अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा था. इसके अतिरिक्त मरीजों को शिमला सहित मंडी जाकर अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा था, लेकिन अब लोगों को रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति और अल्ट्रासाउंड मशीन आने के बाद इस तरह की परेशानियों से मुक्ति मिलने वाली है.

सीएमओ मंडी डॉ. देवेंद्र शर्मा का कहना है कि अल्ट्रासाउंड की मशीन करसोग सिविल अस्पताल में भेज दी है. ऐसे में अगले सप्ताह से अस्पताल में ही अल्ट्रासाउंड होगा. उन्होंने कहा कि इस बारे में बाकी बची औपचारिकताओं को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.

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