सुंदरनगर: भारती-चीन सीमा पर सैनिकों की झड़प में 20 जवानों की शहादत पर पूरे देश में आक्रोश में है. इस घटना की लोग कड़े शब्दों में निंदा कर रहे हैं, जिसके चलते लोग चीनी सामान का बहिष्कार करते हुए नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में सुंदरनगर के नवगठित सुकेत व्यापार मंडल ने चीनी सामान का होलिका दहन किया. साथ ही वीर शहीदों की याद में कैंडल मार्च का आयोजन किया गया.
इस मौके पर सुकेत व्यापार मंडल के संयोजक सुरेश कौशल और वरिष्ठ सलाहाकार वीरेंद्र सूद के नेतृत्व में सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की पालना करते हुए व्यापारियों ने जमकर चीन विरोधी नारेबाजी की. साथ ही शहीदों के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा गया. कैंडल मार्च की शुरुआत सिनेमा चौक से पुराना स्टैंड होते हुए समापन भोजपुर बाजार में किया गया.
वहीं, कैंडल मार्च के दौरान एनएच-21 चंडीगढ़-मनाली से सेना की गाड़ियां गुजर रहीं थी, जिसे देखते हुए लोग और भी जोश से भर गए. इस दौरान व्यापारियों ने चायनीज सामान का व्यापार न करने का प्रण लिया है.
सुकेत व्यापार मंडल के वरिष्ठ सलाहकार वीरेंद्र सूद ने कहा कि वर्तमान में कोरोना महामारी देश सहित विश्व के लिए एक खतरा बन गया है. वहीं चीन की सेना का हमारे सैनिकों पर हमला करना एक निंदनीय कृत्य है. उन्होंने कहा कि चीनी सेना के सीमा पर दिए गए इस धोखे का सुकेत व्यापार मंडल कड़े शब्दों में निंदा करता है. वीरेंद्र सूद ने सभी व्यापारियों से निवेदन करते हुए कहा कि व्यापारी आने वाले समय में कोई भी चीन में बना सामान न मंगवाए और न ही उसे बेचें.
वीरेंद्र सूद ने कहा कि एशिया में भारत चीन का सबसे बड़ा बाजार है. यहां से चीन गया पैसा सीमा पर हमारे सैनिकों पर हमला करने में खर्च किया जाता हैं. वीरेंद्र सूद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन में बने सामान को लेकर जो भी फैसला लिया जाएगा उसके साथ पूरे भारत समेत सुकेत व्यापार मंडल खड़ा है.
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