सुंदरनगर: सुकेत व्यापार मंडल के संयोजक एवं व्यवसायी सुरेश कौशल पर निष्कासन की गाज गिर गई है. सुरेश कौशल पर सुंदरनगर व्यापार मंडल के चुनावों को लेकर खड़े किए गए बवाल पर अनुशासन भंग करने के आरोप है. इस मामले को लेकर गठित की गई कमेटी की सिफारिशों के आधार पर प्रदेश व्यापार मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र गोयल एवं मंडी प्रभारी द्वारा सुरेश कुमार को व्यापार मंडल से 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया है.
बता दें कि अनुशासनहीनता का यह मामला पर प्रदेश व्यापार मंडल के संज्ञान में आया तो प्रदेश व्यापार मंडल प्रधान सोमेश शर्मा ने प्रदेश व्यापार मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र गोयल (मंडी जिला के प्रभारी) को इस मामले को निपटान की जिम्मेदारी सौंपी गई.
नरेंद्र गोयल ने इस मामले को 3 सदस्यीय अनुशासन समिति को सौंप दिया था. आरोपों पर अदीप सोनी, जितेंद्र शर्मा और संदीप बैक्टर पर आधारित इस अनुशासन समिति ने सुरेश कौशल के साथ दो बार बैठक करके उन्हें अनुशासनहीनता के मामले पर अपना पक्ष रखने का पूरा मौका दिया. मगर वह अपना पक्ष स्पष्ट नहीं कर पाए.
इस घटनाक्रम के बाद 3 सदस्यीय अनुशासन समिति ने जांच रिपोर्ट शुक्रवार को हाईकमान को दे दी थी. जिस पर हिमाचल प्रदेश राज्य व्यापार मंडल ने मोहर लगाते हुए अनुशासनहीनता के आरोप में सुरेश कुमार कौशल उर्फ बब्बू पंसारी के निष्कासन का निर्णय लिया.
व्यापार मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र गोयल ने बताया कि सुंदरनगर के व्यापार मंडल के चुनाव करवाने की प्रक्रिया फरवरी-2020 से शुरू कर दी गई थी, सदस्यों का पंजीकरण जारी था और 16 मार्च को हुई बैठक में निर्णय ले कर चुनाव 26 अप्रैल को करवाने की तिथि घोषित कर दी गई थी. उन्होंने कहा कि करीब 600 सदस्यों का पंजीकरण भी हो चुका था. इसी बीच कोरोना महामारी के चलते सरकार द्वारा 24 मार्च से लॉकडाउन शुरू कर दिया गया, जिसके कारण चुनाव की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई.