सुंदरनगर: कोरोना संकट काल में व्यापारी कभी पेट्रोल-डीजल दामों में बढ़ोतरी तो कभी बिजली बिलों में इजाफे को लेकर परेशान हैं. व्यापारियों का कहना है कि कोरोना संकट के दौर में सारा व्यापार प्रभावित हुआ है. ऐसे में सरकार को कम से कम बिजली के बिलों को माफ कर देना चाहिए. बाजारों में पूरी तरह से सन्नाटा रह रहा है. व्यापारियों ने मांग की सरकार बिजली बिलों को माफ करें.
व्यापारियों ने बताया कपड़ा दुकान से लेकर ट्रांसपोर्ट व्यापार प्रभावित हुआ. व्यापारियों पर बिजली के बिल का बोझ बढ़ता जा रहा.टैक्सी ऑपरेटर और निजी बस मालिक डीजल के बढ़ते दाम बढ़ने को लेकर परेशान हैं. बाजारों में खरीदारी के लिए ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं, तो दूसरी ओर टैक्सी ऑपरेटर और निजी बस में सफर के लिए यात्री नहीं मिल रहे. बस में मात्र 8 से 10 सवारियां नजर आ रही हैं.
सुकेत व्यापार मंडल संयोजक सुरेश कौशल उर्फ बब्बू ने कहा की कोरोना संकट के बीच बाजार खाली पड़े हैं. बाजारों में ग्राहक नहीं हैं. दुकानदारों को बिजली के बिल और दुकानों के किराए निकालने के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही. दूसरी और निजी बसों में सफर करने के लिए यात्री नहीं.
सुरेश कौशल ने केंद्र और प्रदेश सरकार से मांग की व्यपारियों का 2 महीने का बिजली बिल माफ कर उन्हें राहत दी जाए, ताकि जो व्यापारी वर्ग कोरोना संकट के बीच आहत हुआ उन्हें कुछ राहत मिल सके. वहीं, उन्होंने केंद्र से मांग की है कि पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों पर भी नियंत्रण लगाया जाए, ताकि निजी बस ऑपरेटर और टैक्सी चालक को थोड़ी राहत मिल सके.
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