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शिकारी देवी में बर्फबारी, आज से अगले चार माह तक बंद रहेंगे मंदिर के कपाट - शिकारी देवी में बर्फबारी

बर्फबारी को देखते हुए मंडी जिले के थुनाग में स्थित प्रसिद्ध शिकारी माता मंदिर के कपाट आज से बंद कर दिए (Shikari mata temple closed) जाएंगे. इस अवधि में आम नागरिकों के साथ-साथ यहां पर पर्यटकों तथा ट्रेकर्स के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. पढ़ें पूरी खबर...

शिकारी देवी में बर्फबारी
शिकारी देवी में बर्फबारी
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Published : Nov 14, 2022, 7:43 PM IST

Updated : Nov 15, 2022, 2:28 PM IST

सराज: हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का दौर अब शुरू हो गया है. प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी को देखते हुए मंडी जिले के थुनाग में स्थित प्रसिद्ध शिकारी माता मंदिर के कपाट आज से बंद कर दिए (Shikari mata temple closed) जाएंगे. इस अवधि में आम नागरिकों के साथ-साथ यहां पर पर्यटकों तथा ट्रेकर्स के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. शिकारी देवी मंडी जिले की सबसे ऊंची चोटी है. यहां पर हुई बर्फबारी को देखते हुए प्रशासन ने मंदिर के कपाट को बंद करने का फैसला लिया है. वहीं, प्रशासन ने नजदीकी गांवों में अलर्ट भी जारी किया है.

मार्च 2023 तक कपाट रहेंगे बंद: एसडीएम थुनाग पारस अग्रवाल ने कहा कि मंदिर कमेटी और प्रशासन द्वारा मंदिर के कपाट आगामी मार्च माह तक बंद करने का निर्णय लिया गया है. जो व्यापारी माता शिकारी में व्यापार करते हैं, उन्हें तत्काल प्रभाव से नीचे आने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. वहीं, ट्रेकिंग पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि मौसम खराब होने पर शिकारी माता मंदिर व आसपास के क्षेत्रों में न जाएं. उन्होंने कहा कि उक्त आदेश की अवहेलना करता है तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई अमल में लाई (Snowfall in Shikari Devi) जाएगी.

शिकारी देवी में बर्फबारी.

इस साल नवरात्र में खुले थे कपाट: माता शिकारी के कपाट हर साल तीन से चार माह तक के लिए बंद रखें जाते हैं. इस साल सड़क की व्यवस्था अच्छी होने के कारण माता शिकारी के कपाट चैत्र नवरात्रों के दौरान खोले गए थे. बता दें कि शिकारी माता मंदिर क्षेत्र में 8 से 10 फीट तक बर्फ गिरती है. वहीं कड़ाके की ठंड व भारी हिमपात से जंजैहली-माता शिकारी मंदिर सड़क भी जाम रहती है. लिहाजा बर्फबारी के बाद हर साल यहां मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं, ताकि लोग जान जोखिम में डालकर यहां न आएं.

शिकारी देवी में बर्फबारी.
शिकारी देवी में बर्फबारी.

ये भी पढ़ें: सुरेश भारद्वाज बोले: शिमला की तरह कसुम्पटी में भी करवाएंगे विकास

सराज: हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी का दौर अब शुरू हो गया है. प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी को देखते हुए मंडी जिले के थुनाग में स्थित प्रसिद्ध शिकारी माता मंदिर के कपाट आज से बंद कर दिए (Shikari mata temple closed) जाएंगे. इस अवधि में आम नागरिकों के साथ-साथ यहां पर पर्यटकों तथा ट्रेकर्स के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. शिकारी देवी मंडी जिले की सबसे ऊंची चोटी है. यहां पर हुई बर्फबारी को देखते हुए प्रशासन ने मंदिर के कपाट को बंद करने का फैसला लिया है. वहीं, प्रशासन ने नजदीकी गांवों में अलर्ट भी जारी किया है.

मार्च 2023 तक कपाट रहेंगे बंद: एसडीएम थुनाग पारस अग्रवाल ने कहा कि मंदिर कमेटी और प्रशासन द्वारा मंदिर के कपाट आगामी मार्च माह तक बंद करने का निर्णय लिया गया है. जो व्यापारी माता शिकारी में व्यापार करते हैं, उन्हें तत्काल प्रभाव से नीचे आने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. वहीं, ट्रेकिंग पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि मौसम खराब होने पर शिकारी माता मंदिर व आसपास के क्षेत्रों में न जाएं. उन्होंने कहा कि उक्त आदेश की अवहेलना करता है तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई अमल में लाई (Snowfall in Shikari Devi) जाएगी.

शिकारी देवी में बर्फबारी.

इस साल नवरात्र में खुले थे कपाट: माता शिकारी के कपाट हर साल तीन से चार माह तक के लिए बंद रखें जाते हैं. इस साल सड़क की व्यवस्था अच्छी होने के कारण माता शिकारी के कपाट चैत्र नवरात्रों के दौरान खोले गए थे. बता दें कि शिकारी माता मंदिर क्षेत्र में 8 से 10 फीट तक बर्फ गिरती है. वहीं कड़ाके की ठंड व भारी हिमपात से जंजैहली-माता शिकारी मंदिर सड़क भी जाम रहती है. लिहाजा बर्फबारी के बाद हर साल यहां मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं, ताकि लोग जान जोखिम में डालकर यहां न आएं.

शिकारी देवी में बर्फबारी.
शिकारी देवी में बर्फबारी.

ये भी पढ़ें: सुरेश भारद्वाज बोले: शिमला की तरह कसुम्पटी में भी करवाएंगे विकास

Last Updated : Nov 15, 2022, 2:28 PM IST
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