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Shani Jayanti 2023: छोटी काशी मंडी में शनिदेव जयंती महोत्सव शुरू, 15 से 19 मई तक मनाया जाएगा उत्सव

मंडी जिले में छोटी काशी में शनि जयंती महोत्सव की शुरुआत हो गई है. हर साल की तरह इस साल भी शनि महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा. 15 मई से शनि जयंती महोत्सव शुरू हो गया है जो कि 19 मई शनि जयंती को संपन्न होगा. इस दिन विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा.

Shani Jayanti festival started in Shani Dev temple in Chhoti Kashi Mandi.
छोटी काशी मंडी के शनिदेव मंदिर में शनि जयंती महोत्सव शुरू.
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Published : May 15, 2023, 2:38 PM IST

छोटी काशी मंडी के शनिदेव मंदिर में शनि जयंती महोत्सव शुरू.

मंडी: हिंदू पंचांग के मुताबिक ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि के दिन भगवान शनि देव का जन्म हुआ था. इस विशेष दिन को शनि जयंती रुप में जाना जाता है. इस पावन दिन शनिदेव की पूजा अर्चना करने से शनि देव की विशेष कृपा होती है. इस बार शनि जयंती 19 मई को मनाई जा रही है. छोटी काशी के नाम से विख्यात मंडी शहर में भी हर वर्ष शनि जयंती महोत्सव को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. मंडी शहर के खलियार में शनि देव मंदिर में सोमवार से शनि जयंती महोत्सव शुरू हो गया है.

'15 से 19 मई तक मनाया जा रहा शनि जयंती महोत्सव': हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जवाहर नगर स्थित शनि मंदिर में शनि जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है. 15 मई से लेकर 19 मई तक शनिदेव मंदिर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. मंदिर पुजारी पितांबर शर्मा ने बताया कि सोमवार से शनिदेव मंदिर में शनि देव की महिमा व विशेष पूजा अर्चना के साथ शनि जयंती महोत्सव शुरू हो गया है, जो कि 19 मई तक जारी रहेगा.

'19 मई को पूर्णाहुति के साथ विशाल भंडारे का आयोजन': शनि देव मंदिर पुजारी पितांबर शर्मा बताया कि इस दौरान हर रोज शनिदेव मंदिर में जप और पाठ आयोजित किया जाएगा. संध्याकालीन में शनिदेव की महाआरती की जाएगी. इस दौरान मंदिर में जागरण भी आयोजित किया जाएगा. 19 मई को शनि जयंती के उपलक्ष्य पर सुबह 11 बजे पूर्णाहुति के साथ कार्यक्रम का समापन होगा. शनि जयंती के दिन विशाल भंडारे भी आयोजित होगा. हर शनिवार को शनि देव मंदिर विशेष पूजा अर्चना की जाती है और तुला दान भी किया जाता है. उन्होंने कहा कि दूर-दूर से भक्त शनि देव मंदिर आते हैं और यहां पर शीश नवाते हैं.

'सूर्यदेव और छाया के पुत्र हैं शनिदेव': गौरतलब है कि पौराणिक धर्म ग्रंथों के अनुसार हिंदू धर्म में शनिवार का दिन शनि देव की पूजा के लिए समर्पित होता है. शनि देव की पूजा के लिए शनि जयंती का बहुत महत्तव है. शनि देव सूर्य देव और माता छाया के पुत्र हैं. शनि देव के जन्मोत्सव के रूप में शनि जयंती को धूमधाम से मनाया जाता है. पंचाग के मुताबिक शनि देव का जन्म ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि पर हुआ था. इसलिए इसी दिन को प्रत्येक साल शनि देव के जन्मोत्सव के रुप में मनाया जाता है. इस साल शनि जयंती 19 मई 2023 को मनाई जा रही है.

ये भी पढ़ें: शनि की कुदृष्टि से हैं परेशान तो शनि जयंती पर करें यह उपाय, दूर हो जाएगी सभी परेशानी

छोटी काशी मंडी के शनिदेव मंदिर में शनि जयंती महोत्सव शुरू.

मंडी: हिंदू पंचांग के मुताबिक ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि के दिन भगवान शनि देव का जन्म हुआ था. इस विशेष दिन को शनि जयंती रुप में जाना जाता है. इस पावन दिन शनिदेव की पूजा अर्चना करने से शनि देव की विशेष कृपा होती है. इस बार शनि जयंती 19 मई को मनाई जा रही है. छोटी काशी के नाम से विख्यात मंडी शहर में भी हर वर्ष शनि जयंती महोत्सव को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. मंडी शहर के खलियार में शनि देव मंदिर में सोमवार से शनि जयंती महोत्सव शुरू हो गया है.

'15 से 19 मई तक मनाया जा रहा शनि जयंती महोत्सव': हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जवाहर नगर स्थित शनि मंदिर में शनि जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है. 15 मई से लेकर 19 मई तक शनिदेव मंदिर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. मंदिर पुजारी पितांबर शर्मा ने बताया कि सोमवार से शनिदेव मंदिर में शनि देव की महिमा व विशेष पूजा अर्चना के साथ शनि जयंती महोत्सव शुरू हो गया है, जो कि 19 मई तक जारी रहेगा.

'19 मई को पूर्णाहुति के साथ विशाल भंडारे का आयोजन': शनि देव मंदिर पुजारी पितांबर शर्मा बताया कि इस दौरान हर रोज शनिदेव मंदिर में जप और पाठ आयोजित किया जाएगा. संध्याकालीन में शनिदेव की महाआरती की जाएगी. इस दौरान मंदिर में जागरण भी आयोजित किया जाएगा. 19 मई को शनि जयंती के उपलक्ष्य पर सुबह 11 बजे पूर्णाहुति के साथ कार्यक्रम का समापन होगा. शनि जयंती के दिन विशाल भंडारे भी आयोजित होगा. हर शनिवार को शनि देव मंदिर विशेष पूजा अर्चना की जाती है और तुला दान भी किया जाता है. उन्होंने कहा कि दूर-दूर से भक्त शनि देव मंदिर आते हैं और यहां पर शीश नवाते हैं.

'सूर्यदेव और छाया के पुत्र हैं शनिदेव': गौरतलब है कि पौराणिक धर्म ग्रंथों के अनुसार हिंदू धर्म में शनिवार का दिन शनि देव की पूजा के लिए समर्पित होता है. शनि देव की पूजा के लिए शनि जयंती का बहुत महत्तव है. शनि देव सूर्य देव और माता छाया के पुत्र हैं. शनि देव के जन्मोत्सव के रूप में शनि जयंती को धूमधाम से मनाया जाता है. पंचाग के मुताबिक शनि देव का जन्म ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि पर हुआ था. इसलिए इसी दिन को प्रत्येक साल शनि देव के जन्मोत्सव के रुप में मनाया जाता है. इस साल शनि जयंती 19 मई 2023 को मनाई जा रही है.

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