ETV Bharat / state

ग्रामीण क्षेत्रों में 25 फीसदी लोगों में खून की कमी, जांच रिपोर्ट में खुलासा

सरकार के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में खून की कमी पाया जाना चिंता का विषय है. इसका खुलासा उपमंडल करसोग के तहत पड़ने वाली ग्राम पंचायत चुराग में आयुर्वेदिक विभाग की ओर से एनीमिया की रोकथाम के लिए लगाए गए शिविर में रक्त जांच के दौरान हुआ.

rural people are anemic
ग्रामीण लोगों में खून की कमी
author img

By

Published : Sep 26, 2020, 12:47 PM IST

करसोग: देश को एनीमिया मुक्त करने के लिए प्रयास कर रही सरकार के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों में खून की कमी पाया जाना चिंता का विषय है. इसका खुलासा उपमंडल करसोग के तहत पड़ने वाली ग्राम पंचायत चुराग में आयुर्वेदिक विभाग की ओर से एनीमिया की रोकथाम के लिए लगाए गए शिविर में रक्त जांच के दौरान हुआ. इस शिविर में करीब 160 लोगों की रक्त जांच की गई, जिसमें करीब 25 फीसदी लोगों में खून की पाई गई.

आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र खील में कार्यरत डॉ. पंकज कुमार व आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट पीतांबर लाल की टीम ने लोगों के रक्त की जांच की. इस दौरान लोगों को स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार लेने और खून की कमी को दूर करने के लिए निशुल्क दवाइयां बांटी गई. शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए लोगों को हरी पत्तेदार सब्जियों सहित फल के सेवन की भी सलाह दी गई. साथ ही लोगों को निरोग रहने के लिए योगा करने को भी कहा गया. इसके अलावा लोगों को एनीमिया के लक्षणों, कारणों और उपचार के बारे में भी जागरूक किया गया.

एनीमिया के लक्षण

त्वचा का सफेद दिखना, जीभ, नाखूनों एवं पलकों के अंदर सफेदी, कमजोरी एवं बहुत अधिक थकावट, चक्कर आना, बेहोश होना और सांस फूलना इत्यादि एनीमिया के लक्षण हैं.

एनीमिया के कारण

सबसे प्रमुख कारण लौह तत्व वाली चीजों का उचित मात्रा में सेवन न करना, लाल रक्त करण का नष्ट होना, शरीर से खून निकलना (दुर्घटना, चोट, घाव आदि में अधिक खून बहना), शौच, उल्टी, खांसी के साथ खून का बहना, माहवारी में अधिक मात्रा में खून आना, पेट के कीड़ों व परजीवियों के कारण खूनी दस्त लगना आदि है.

वीडियो

उपचार व रोकथाम

लौह तत्वयुक्त चीजों का सेवन करें. विटामिन 'ए' एवं 'सी' युक्त खाद्य पदार्थ खाएं. भोजन के बाद चाय के सेवन से बचें. काली चाय एवं कॉफी पीने से बचें. संक्रमण से बचने के लिए स्वच्छ पेयजल ही इस्तेमाल करें. लोहे की कड़ाही में खाना पकाएं. हरी पत्तेदार सब्जियों का अधिक मात्रा में सेवन करें.

डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि आर्युवेदिक विभाग ने एनीमिया की रोकथाम कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत चुराग में एनीमिया के लिए कैंप रखा गया था. इसमें एचबी के लिए फ्री में रक्त जांच की गई, जिसमें करीब 160 लोगों की रक्त जांच की गई. इस दौरान 25 फीसदी लोगों में खून की कमी पाई गई. उन्होंने कहा कि ऐसे सभी लोगों को फ्री में दवाईयां भी बांटी गई.

ये भी पढ़ें: NH-70 पर सड़क के बीचों बीच खराब हुई JCB से लगा जाम, 1 घंटे तक फसे रहे लोग

करसोग: देश को एनीमिया मुक्त करने के लिए प्रयास कर रही सरकार के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों में खून की कमी पाया जाना चिंता का विषय है. इसका खुलासा उपमंडल करसोग के तहत पड़ने वाली ग्राम पंचायत चुराग में आयुर्वेदिक विभाग की ओर से एनीमिया की रोकथाम के लिए लगाए गए शिविर में रक्त जांच के दौरान हुआ. इस शिविर में करीब 160 लोगों की रक्त जांच की गई, जिसमें करीब 25 फीसदी लोगों में खून की पाई गई.

आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र खील में कार्यरत डॉ. पंकज कुमार व आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट पीतांबर लाल की टीम ने लोगों के रक्त की जांच की. इस दौरान लोगों को स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार लेने और खून की कमी को दूर करने के लिए निशुल्क दवाइयां बांटी गई. शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए लोगों को हरी पत्तेदार सब्जियों सहित फल के सेवन की भी सलाह दी गई. साथ ही लोगों को निरोग रहने के लिए योगा करने को भी कहा गया. इसके अलावा लोगों को एनीमिया के लक्षणों, कारणों और उपचार के बारे में भी जागरूक किया गया.

एनीमिया के लक्षण

त्वचा का सफेद दिखना, जीभ, नाखूनों एवं पलकों के अंदर सफेदी, कमजोरी एवं बहुत अधिक थकावट, चक्कर आना, बेहोश होना और सांस फूलना इत्यादि एनीमिया के लक्षण हैं.

एनीमिया के कारण

सबसे प्रमुख कारण लौह तत्व वाली चीजों का उचित मात्रा में सेवन न करना, लाल रक्त करण का नष्ट होना, शरीर से खून निकलना (दुर्घटना, चोट, घाव आदि में अधिक खून बहना), शौच, उल्टी, खांसी के साथ खून का बहना, माहवारी में अधिक मात्रा में खून आना, पेट के कीड़ों व परजीवियों के कारण खूनी दस्त लगना आदि है.

वीडियो

उपचार व रोकथाम

लौह तत्वयुक्त चीजों का सेवन करें. विटामिन 'ए' एवं 'सी' युक्त खाद्य पदार्थ खाएं. भोजन के बाद चाय के सेवन से बचें. काली चाय एवं कॉफी पीने से बचें. संक्रमण से बचने के लिए स्वच्छ पेयजल ही इस्तेमाल करें. लोहे की कड़ाही में खाना पकाएं. हरी पत्तेदार सब्जियों का अधिक मात्रा में सेवन करें.

डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि आर्युवेदिक विभाग ने एनीमिया की रोकथाम कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत चुराग में एनीमिया के लिए कैंप रखा गया था. इसमें एचबी के लिए फ्री में रक्त जांच की गई, जिसमें करीब 160 लोगों की रक्त जांच की गई. इस दौरान 25 फीसदी लोगों में खून की कमी पाई गई. उन्होंने कहा कि ऐसे सभी लोगों को फ्री में दवाईयां भी बांटी गई.

ये भी पढ़ें: NH-70 पर सड़क के बीचों बीच खराब हुई JCB से लगा जाम, 1 घंटे तक फसे रहे लोग

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.