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हिमाचल में कोरोना ने पकड़ी रफ्तार, लेकिन सुंदरनगर का ऑक्सीजन प्लांट सर्विसिंग नहीं होने के कारण बंद

हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर कोरोना मामलों ने रफ्तार पकड़ ली है. वहीं, मंडी जिले के सिविल अस्पताल सुंदरनगर में 500 एलपीएम क्षमता वाला PSA ऑक्सीजन प्लांट बंद पड़ा है. PSA प्लांट स्थापित होने के बाद इसकी एक बार भी सर्विस नहीं करवाई गई. प्लांट बंद होने से मरीज एक बार फिर ऑक्सीजन सिलेंडरों पर निर्भर होने को मजबूर हैं. (PSA oxygen plant closed at Civil Hospital Sundernagar Mandi from last one month)

PSA oxygen plant closed at Sundernagar Hospital
सुंदरनगर अस्पताल में एक माह से PSA ऑक्सीजन प्लांट बंद
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Published : Apr 4, 2023, 1:11 PM IST

डॉ चमन सिंह ठाकुर, एसएमओ, सिविल अस्पताल सुंदरनगर

सुंदरनगर/मंडी: मंडी: हिमाचल में कोरोना के मामले एक बार रफ्तार से बढ़ने लगे हैं. प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग भी कोरोना संक्रमण की स्थिती से निपटने के लिए हर कदम उठाने और एहतियात बरतने का आश्वासन जनता को दे रहा, लेकिन अगर नजर डाली जाए जमीनी हकीकत पर कहानी कुछ ओर ही दिखाई दे रही है. जहां एक ओर कोरोना के बढ़ते मामले सबके लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं. वहीं, दूसरी ओर मंडी जिले के दूसरे सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान सिविल अस्पताल सुंदरनगर में प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के सभी दावों की पोल खुल गई है. बता दें कि सिविल अस्पताल सुंदरनगर में डेढ़ करोड़ रुपयों की लागत से स्थापित प्रेशर स्विंग अब्जॉर्प्शन प्लांट (PSA) बंद पड़ा हुआ है.

सुंदरनगर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट बंद: गौरतलब है कि सिविल अस्पताल सुंदरनगर में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इसकी कोई सुध नहीं ली और एक बार भी इसकी सर्विसिंग नहीं करवाई गई. वहीं, ऑक्सीजन प्लांट बंद हो जाने से 150 बैड वाले सिविल अस्पताल सुंदरनगर में जहां गंभीर बिमारियों से ग्रस्त मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं, अस्पताल प्रशासन को भी मरीजों के लिए रोजाना ऑक्सीजन सिलेंडरों का इंतजाम करना पड़ रहा है. जिससे अस्पताल प्रशासन भी खासा परेशान है.

कोरोना की दूसरी लहर में आया था ऑक्सीजन संकट: बता दें कि देश में जब कोविड-19 की दूसरी लहर आई थी तो उस दौरान देश में सबसे बड़ा संकट ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर सामने आया था. इस तरह का संकट भविष्य में दोबारा उत्पन्न न हो इसके लिए हिमाचल प्रदेश में पूर्व जयराम सरकार द्वारा सिविल अस्पतालों ऑक्सीजन प्लांटों की स्थापना की गई थी. लेकिन वर्तमान में करोंड़ों की लागत से स्थापित यह पीएसए प्लांट बंद पडे़ है, जिससे प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है.

2021 में स्थापित किया था ऑक्सीजन प्लांट: गौरतलब है कि नागरिक अस्पताल सुंदरनगर में स्थापित पीएसए प्लांट की क्षमता 500 एलपीएम है. इसका उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 23 दिसंबर 2021 में किया था. ऑक्सीजन प्लांट के स्थापित होने से मातृ शिशु स्वास्थ्य केंद्र के भवन को कोविड डेडिकेटेड सेंटर बनाया गया था. जिससे कोरोना संक्रमित उपचाराधीन मरीजों को बड़ी राहत मिली थी. महामारी के थमने के बाद यह सुविधा अस्पताल में आने वाले अन्य मरीजों को भी मिलनी आरंभ हो गई थी. 150 बैड क्षमता वाले नागरिक अस्पताल सुंदरनगर में स्थापित पीसीए ऑक्सीजन प्लांट के माध्यम से सेंट्रलाइज्ड सिस्टम के तहत 60 बैड को जोड़ा गया है. इससे मरीज को बैड पर ही जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध हो जाती है. अब प्लांट के खराब होने के बाद फिर से मरीजों और अस्पताल प्रशासन को सिलेंडरों पर निर्भर होना पड़ रहा है.

ऑक्सीजन सिलेंडर पर निर्भर हुए मरीज: डॉ. चमन ठाकुर ने कहा कि सिविल अस्पताल सुंदरनगर में स्थापित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट बीते एक महीने से बंद पड़ा हुआ है. इसके ड्रायर और स्विच खराब हो गया. इसको लेकर संबंधित कंपनी को जानकारी दे दी गई है. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के बाद सर्विसिंग न होने से यह बंद हुआ. जल्द ही प्लांट को शुरू करने का प्रयास किया जाएगा. डॉ. चमन ठाकुर ने कहा कि मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को बताया गया है.. वैकल्पिक व्यवस्था के तहत मंडी से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाकर मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है.

ये भी पढ़ें: CM सुखविंदर सिंह आज विधानसभा में पेश करेंगे नशे के खिलाफ संकल्प, NDPS एक्ट में होगा बदलाव, शाम को कैबिनेट बैठक

डॉ चमन सिंह ठाकुर, एसएमओ, सिविल अस्पताल सुंदरनगर

सुंदरनगर/मंडी: मंडी: हिमाचल में कोरोना के मामले एक बार रफ्तार से बढ़ने लगे हैं. प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग भी कोरोना संक्रमण की स्थिती से निपटने के लिए हर कदम उठाने और एहतियात बरतने का आश्वासन जनता को दे रहा, लेकिन अगर नजर डाली जाए जमीनी हकीकत पर कहानी कुछ ओर ही दिखाई दे रही है. जहां एक ओर कोरोना के बढ़ते मामले सबके लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं. वहीं, दूसरी ओर मंडी जिले के दूसरे सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान सिविल अस्पताल सुंदरनगर में प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के सभी दावों की पोल खुल गई है. बता दें कि सिविल अस्पताल सुंदरनगर में डेढ़ करोड़ रुपयों की लागत से स्थापित प्रेशर स्विंग अब्जॉर्प्शन प्लांट (PSA) बंद पड़ा हुआ है.

सुंदरनगर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट बंद: गौरतलब है कि सिविल अस्पताल सुंदरनगर में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इसकी कोई सुध नहीं ली और एक बार भी इसकी सर्विसिंग नहीं करवाई गई. वहीं, ऑक्सीजन प्लांट बंद हो जाने से 150 बैड वाले सिविल अस्पताल सुंदरनगर में जहां गंभीर बिमारियों से ग्रस्त मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं, अस्पताल प्रशासन को भी मरीजों के लिए रोजाना ऑक्सीजन सिलेंडरों का इंतजाम करना पड़ रहा है. जिससे अस्पताल प्रशासन भी खासा परेशान है.

कोरोना की दूसरी लहर में आया था ऑक्सीजन संकट: बता दें कि देश में जब कोविड-19 की दूसरी लहर आई थी तो उस दौरान देश में सबसे बड़ा संकट ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर सामने आया था. इस तरह का संकट भविष्य में दोबारा उत्पन्न न हो इसके लिए हिमाचल प्रदेश में पूर्व जयराम सरकार द्वारा सिविल अस्पतालों ऑक्सीजन प्लांटों की स्थापना की गई थी. लेकिन वर्तमान में करोंड़ों की लागत से स्थापित यह पीएसए प्लांट बंद पडे़ है, जिससे प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है.

2021 में स्थापित किया था ऑक्सीजन प्लांट: गौरतलब है कि नागरिक अस्पताल सुंदरनगर में स्थापित पीएसए प्लांट की क्षमता 500 एलपीएम है. इसका उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 23 दिसंबर 2021 में किया था. ऑक्सीजन प्लांट के स्थापित होने से मातृ शिशु स्वास्थ्य केंद्र के भवन को कोविड डेडिकेटेड सेंटर बनाया गया था. जिससे कोरोना संक्रमित उपचाराधीन मरीजों को बड़ी राहत मिली थी. महामारी के थमने के बाद यह सुविधा अस्पताल में आने वाले अन्य मरीजों को भी मिलनी आरंभ हो गई थी. 150 बैड क्षमता वाले नागरिक अस्पताल सुंदरनगर में स्थापित पीसीए ऑक्सीजन प्लांट के माध्यम से सेंट्रलाइज्ड सिस्टम के तहत 60 बैड को जोड़ा गया है. इससे मरीज को बैड पर ही जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध हो जाती है. अब प्लांट के खराब होने के बाद फिर से मरीजों और अस्पताल प्रशासन को सिलेंडरों पर निर्भर होना पड़ रहा है.

ऑक्सीजन सिलेंडर पर निर्भर हुए मरीज: डॉ. चमन ठाकुर ने कहा कि सिविल अस्पताल सुंदरनगर में स्थापित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट बीते एक महीने से बंद पड़ा हुआ है. इसके ड्रायर और स्विच खराब हो गया. इसको लेकर संबंधित कंपनी को जानकारी दे दी गई है. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के बाद सर्विसिंग न होने से यह बंद हुआ. जल्द ही प्लांट को शुरू करने का प्रयास किया जाएगा. डॉ. चमन ठाकुर ने कहा कि मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को बताया गया है.. वैकल्पिक व्यवस्था के तहत मंडी से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाकर मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है.

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