सुंदरनगर: मंडी संसदीय सीट से प्रत्याशी रहे कांग्रेस नेता आश्रय शर्मा ने कहा कि जेएनयू में हमले ने देश के लोकतंत्रिक ढांचे की पोल खोल दी है. उन्होंने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में गुंडों ने 3 घंटे तक लगातार हमला कर छात्रों को घायल किया और पुलिस ने पीड़ित छात्रों पर ही एफआईआर दर्ज की.
कांग्रेस नेता आश्रय शर्मा ने सुंदरनगर में पत्रकार वार्ता में कहा कि भाजपा के नेतृत्व की सरकार ने देश को बांटने का प्रयास किया है. आजादी के बाद पहली बार सीएए के नाम पर धर्म और जातियों के आधार पर वर्गीकृत किया जा रहा है. आश्रय शर्मा ने हिमाचल प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री के दो साल के जश्न पर निशाना साधते हुए कहा कि धर्मशाला में इन्वेस्टर मीट पर करोड़ों रुपए खर्च किए, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि धरातल पर कितने करोड़ पर इन्वेस्ट हो हुए हैं.
आश्रय शर्मा ने कहा कि सरकार ना युवाओं को रोजगार दे पाई है और ना ही महंगाई कम कर पाई है. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शालीनता भूल गए हैं. जिस तरह से उन्होंने मंडी पेयजल योजना के शिलान्यास के दौरान पूर्व मंत्री अनिल शर्मा का उपहास उड़ाया है, यह मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र के दौर में मंडी के साथ कभी भी भेदभाव नहीं हुआ है, जैसा वर्तमान में जयराम के दौर में हो रहा है.
आश्रय शर्मा ने कहा कि मंडी में क्लस्टर यूनिवर्सिटी कांग्रेस की देन है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के नाम पर सरकार अभी कन्फ्यूज हो कर स्टेटमेंट दे रही है कि बहुत जल्द काम शुरू होगा, लोकेशन तय की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार यह स्पष्ट करें कि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए कितना फंड दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्स कर्मी सीएम के सिराज के लोगों को ही भर्ती किया है.
आश्रय शर्मा ने कहा कि मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में मैंने लड़ा और कांग्रेस की विचारधारा पर चुनाव लड़ा. पंडित सुखराम ने कांग्रेस पार्टी की सेवा तन मन धन से की है, लेकिन मुझे इस बात की हैरानी है कि मेरे चुनाव लड़ने के पर न अनिल शर्मा ने मेरा समर्थन किया और ना ही भारतीय जनता पार्टी का, लेकिन एक व्यक्ति जिसका कोई कसूर नहीं है उसे इस तरह से कटघरे में खड़ा शर्मनाक है.
आश्रय शर्मा ने कहा कि पिता अनिल शर्मा को हर जगह अपमानित किया जा रहा है. उन्होंने कहा अगर अनिल शर्मा भारतीय जनता पार्टी के विधायक नहीं है तो उन्हें पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए, लेकिन इस तरह से जनता के बीच में अपमानित करने का भाजपा का कोई हक नहीं है.
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