मंडी: सीएम जयराम ठाकुर के गृह विस क्षेत्र की थाची पीएचसी में महिला डॉक्टर के साथ मारपीट व छेड़छाड़ मामले में मंडी पुलिस द्वारा गठित एसआईटी जांच को आगे बढ़ा रही है. जांच में तकनीकी समेत एफएसएल टीम की भी सहायता ली जा रही है और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है.
गौरतलब है कि बीते चार दिनों से इस मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं. बता दें कि मंगलवार को भी इस मामले में 12 लोगों की शिनाख्त परेड़ हुई, लेकिन पीड़िता आरोपी को नहीं पहचान पाई. ऐसे में ये केस पुलिस के चुनौती बनता जा रहा है. इस केस में मंगलवार रात तक आरोपी की गिरफ्तारी न होने के चलते हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन ने पूरे दिन की हड़ताल का ऐलान कर दिया है. जिसके चलते पुलिस में दबाव बढ़ता जा रहा है.
ये भी पढे़ं-निरमंड में शादी का झांसा देकर नाबालिग से दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार
हालांकि, पुलिस हर एंगल से इस केस में जांच आगे बढ़ाने का दावा कर रही है. पुलिस का दावा है कि उनकी जांच सही चल रही है और इसमें सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जा रही है. मामले को गंभीरता से लेते हुए एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलाया गया था. टीम सदस्यों ने गहनता से मौके से तथ्य एकत्रित किए हैं. एफएसएल की रिपोर्ट अभी पुलिस को मिलना बाकी है. इस रिपोर्ट के बाद इस केस में नया खुलासा हो सकता है.
इसके अलावा पुलिस की एक टीम लगातार ग्राउंड लेवल पर इस घटना को लेकर इनपुट एकत्रित कर रही है. पुलिस कप्तान गुरदेव शर्मा खुद इस केस को लेकर इनपुट ले रहे हैं. वहीं, सीएम जयराम ठाकुर भी इस केस को लेकर एसपी मंडी को जांच को लेकर आदेश दे चुके हैं, लेकिन आरोपी की शिनाख्त न होने के कारण मामला पेचीदा होता जा रहा है.
ये भी पढ़ें-ऊना के लोहारली में निजी स्कूल बस और बाइक में टक्कर, 1 की मौत
एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने बताया कि सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है. पुलिस की जांच सही दिशा में जा रही है. वहीं, तकनीकी व एफएसएल टीम का भी सहारा लिया जा रहा है.
ये है पूरा मामला
बता दें कि सीएम जयराम ठाकुर के गृहक्षेत्र सराज के पीएचसी थाची में बीते शनिवार को एक महिला डॉक्टर के साथ एक शराबी युवक ने छेड़छाड़ करके बाद में मारपीट की. जिस पर महिला डॉक्टर ने पुलिस को घटना की जानाकरी दी. महिला डॉक्टर ने बताया कि आरोपी को उसने पहली बार देखा है. उसने नीली शर्ट पहन रखी थी और उसके चेहरे पर काला तिल था. अभी तक इस आरोपी की पहचान नहीं हो सकी है. जबकि पुलिस दिन रात आरोपी की तलाश में जुटी हुई है. मामले में गिरफ्तारी न होने पर प्रदेशभर के डॉक्टरों में काफी रोष है.