सराज/मंडी: कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में इन दिनों प्लम का तुड़वान शुरू हो चुका है. इस बार काफी कम प्लम हुआ,लेकिन मंडियों में सोने के भाव बिक रहा है. जानकारी के मुताबिक सब्जी मंडी टकोली और बालीचौकी में प्लम की बोली 40 से लेकर 70 रुपए तक लग रही. स्थानीय बागवान बिशन सिंह ने बताया कि इस बार प्लम की फसल 5 से 10 प्रतिशत के लगभग भी नहीं, लेकिन बागवानों को मनचाहे दाम मिल रहे हैं. बिशन सिंह का कहना है कि उन्होंने अपने प्लम टकोली में 64 रुपये प्रति किलो के हिसाब बेची है.
सराज घाटी के कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बागवान कुछ वर्षों से प्लम की कई वैरायटियों पर काम कर रहे, लेकिन इस वर्ष कोई भी नई किस्म बाजार में कम उत्पादन के चलते नहीं पंहुच पाई. इस बार मेरिपोजा, फ्रंटियर, रेड ब्यूट और ब्लैक एम्बर जैसी किस्मों के उत्पादन न के बराबर रहा. सराज फल एवं सब्जी उत्पादक संघ के कार्यालय प्रभारी कूर्मदत्त ने बताया कि आमतौर पर घाटी से काफी प्लम दिल्ली और चंडीगढ़ आदि फल मंडियों में जाता था, लेकिन इस वर्ष अभी तक एक भी गाड़ी इन मंडियों के लिए अभी तक नहीं गई.
प्लम की कम फसल के चलते बागवान अधिक दामों की तलाश में इस बार कुल्लू की भुंतर सब्जी मंडी में भी अपना उत्पाद पहुंचा रहे हैं. बालीचौकी सब्जी मंडी में कारोबार कर रहे बलदेब राज शर्मा ने बताया कि प्रगतिशील बागवान इस बार उनके यहां नहीं पहुंच रहे. उनके पास आमतौर पर दैनिक रूप से 10 से 20 कैरेट के आसपास ही प्लम पहुंच रहा है. उनका मानना है कि सराज के निचले क्षेत्रों में तो प्लम का सीजन खत्म भी हो चुका है, अब मिड बेल्ट का प्लम उतर रहा है.
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