मंडी: कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन और कर्फ्यू के बीच दो महीने से अधिक समय तक काम-धंधे पूरी तरह से बंद रहे. इस दौरान जिंदगी की रफ्तार रूक गई थी. हालांकि अनलॉक-1 शुरू होने के बाद लोग फिर अपने काम धंधों पर लौट रहे हैं.
दो महीने के अंतराल में गरीबों को घर का चूल्हा जलाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. इस दौरान परिवारों को केंद्र की योजनाओं का सहारा मिला. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ने लॉकडाउन में गरीब परिवारों के घरों का चूल्हा बूझने नहीं दिया.
मंडी जिला में योजना के तहत 22,223 लाभार्थियों ने इसका लाभ उठाया. उज्ज्वला योजना के तहत लाभार्थियों के खातों में 791 रुपये की राशि भारत सरकार की तरफ से जमा करवाई गई ताकि ये परिवार अपने घर का गैस सिलेंडर रिफिल करवा सकें.
ग्राम पंचायत बाड़ी गुमाणू की मीना देवी, सुनीता ने बताया कि उनके खातों में सरकार की तरफ से 791 रुपये की राशि भेजी गई थी जिससे उन्होंने लॉकडाउन में अपने घर का गैस सिलेंडर रिफिल करवाया.
गरीब परिवारों को लॉकडाउन में प्रधानमंत्री अन्न योजना के तहत भी लाभ मिला. एनएफएसए के तहत गरीब परिवारों को अगले 3 महीनों तक 5-5 किलोग्राम चावल निशुल्क मिलेंगे. मंडी खाद्य आपूर्ति विभाग नियंत्रक लक्ष्मण कनेट ने बताया.
कोरोना महामारी के दौरान जारी लॉकडाउन में मंडी जिला के गरीब परिवारों को केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ मिलने से काफी राहत मिली है. वहीं, परिवार हालात सामान्य होने तक आगे भी केंद्र की योजनाओं के लाभ की गुहार लगा रहे हैं.