करसोग: हिमाचल में जिला मंडी के तहत करसोग के अंतर्गत बगशाड़ में खोली गई सब तहसील जनता के लिए सफेद हाथी साबित हो रही है. यहां लोगों के जमीन से जुड़े मामलों का कोई समाधान नहीं हो रहा हैं. जिस कारण जिला परिषद सांवीधार वार्ड के तहत करीब 15 पंचायतों के लोगों को जरूरी कार्य के लिए समय और पैसा खर्च करके 50 किलोमीटर दूर करसोग मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा है. यही नहीं बगशाड़ में नायब तहसीदार का पद भी कई महीनों से खाली चल रहा है. प्रदेश की पूर्व सरकार ने जुलाई 2022 में सब तहसील खोली थी.
नहीं हो रही है रजिस्ट्री: सांवीधार जिला परिषद वार्ड के तहत करीब 15 पंचायतों में लोगों की सुविधा के लिए बगशाड़ में सब तहसील खोली गई थी. लेकिन, हैरानी की बात है कि सब तहसील खुलने के इतने लंबे समय बाद भी यहां पर स्टाम्प विक्रता की कोई सुविधा नहीं है. जिस कारण लोगों को अभी भी रजिस्ट्री सहित स्टांप से जुड़े अन्य जरूरी कार्यों के लिए करसोग मुख्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. जिससे गरीब जनता का पैसा और समय दोनों बर्बाद हो रहा है. ऐसे में लोगों को सब तहसील खोलने का कोई लाभ नही हुआ है.
कई महीनों से नायब तहसीलदार का पद भी खाली: सब तहसील बगशाड़ में पिछले कई महीनों से नायब तहसीलदार का पद भी खाली चल रहा है. ऐसे में यहां का अतिरिक्त कार्यभार नायब तहसीदार पांगणा को सौंपा गया है. जो सप्ताह में दो दिन बगशाड़ में बैठते हैं। ऐसे में स्थानीय लोग तुरंत प्रभाव से नायब तहसीदर के पद को भी भरने की मांग कर रहे हैं.
ट्रेजरी खोलने की भी मांग: बगशाड़ में सब तहसील खुलने के बाद से लोग यहां ट्रेजरी खोलने की भी मांग कर रहे हैं. ताकि जनता के सब तहसील से जुड़े कार्य एक जगह पर हो सके. जिससे लोगों को मुख्यालय के चक्कर काटने से भी छुटकारा मिलेगा. एसडीएम ओमकांत ठाकुर का कहना है कि मामला ध्यान में आया है. लोगों की सुविधा के लिए जल्द ही सब तहसील में स्टांप विक्रेता की तैनाती की जाएगी.
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