मंडी: जब मंडी नगर परिषद का दर्जा बढ़ाकर नगर निगम किया गया तो शहर ही नहीं इसमें शामिल किए गए गांव के लोगों को भी विकास के बड़े सपने दिखाए गए. अब नगर निगम में आलम यह है कि यहां पर सड़कों व नालियों को दुरुस्त करने के लिए पूर्व पार्षद स्थानीय लोगों के साथ मिलकर खुद बजरी बिछा रहे हैं. शहर के खलियार वार्ड में मंडी पठानकोट नेशनल हाईवे पर पुरानी मंडी के पास लगभग 8 महीने से सीवरेज का कार्य चला हुआ है. जिससे यह मार्ग अब वन वे बनकर रह गया है. (Road problem in Mandi)
रोजाना यहां पर लगने वाले जाम से पैदल यात्री स्कूली बच्चों को परेशानियां झेलनी पड़ती है. पुरानी मंडी के ही स्थानीय निवासी अश्वनी शर्मा ने बताया कि यह सड़क सामरिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी सड़क से भारतीय सेना की रसद भी गुजरती है. सड़क के खराब रहने से यहां सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं, उन्होंने सरकार और जल शक्ति विभाग से ऐसे ठेकेदारों का काम न देने की अपील की है जिन्हें किसी काम को करने का अनुभव ही न हो.
उन्होंने आरोप लगाया कि यहां पर भी ठेकेदार आठ महीनों से मात्र 200 मीटर सीवरेज डालने के लिए बार-बार सड़क को तोड़ता रहा है. वहीं, पूर्व पार्षद सरिता हंडा ने बताया कि यह जनता के पैसों का दुरुपयोग है और यहां पर प्रशासन को बेहतर काम करने की जरूरत है. आज इस सड़क को मिट्टी और पत्थर डाल कर खुद ही समतल किया गयाा ताकि यहां पर वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सके.
पुरानी मंडी के स्थानीय निवासी दिनेश कुमार ने बताया कि प्रशासन व सरकार ने इस सड़क के बारे में बिल्कुल भी गौर नहीं किया जबकि यहीं से कई वीवीआईपी और अधिकारी गुजरते हैं. जिसके बाद पुरानी मंडी के प्रबुद्ध लोगों ने खुद ही इस सड़क को दुरुस्त कर दिया है. यहां पर सड़क को मिट्टी और पत्थर डाल कर समतल किया गया है, लेकिन अभी भी यहां पर सड़क को पक्का करने की जरूरत है ताकि आम जनता को सुविधा मिल सके. (People facing Road problem in Mandi) (Mandi Municipal Corporation)
ये भी पढ़ें: क्या अब मंडी में स्थाई रैन बसेरा बनेगा? 2015 में कांग्रेस ने रखी थी आधारशिला