सरकाघाट/मंडी: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बलद्वाड़ा (Community Health Center Baldwara) में बाकी सभी स्वास्थ्य सेवाएं (health services) संतोशजनक चल रही हैं. मगर देखा गया कि यहां पर आंखों का इलाज करने वाला कोई नहीं है. करीब तीन सालों से नेत्र रोगों (eye diseases) से ग्रसित लोगों को यहां पर चेक करने वाला कोई नहीं है और उनको इलाज करवाने के लिए अब 50 से 60 किलोमीटर दूर हमीरपुर, बिलासपुर या मंडी जाना पड़ रहा है.
खासतौर पर क्षेत्र के बुजुर्ग लोगों को तो बहुत अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है. पंजीकरण काउंटर पर लोग पर्ची बनवाकर जब आंखों की ओपीडी (Eye OPD) पर जाते हैं तो हमेशा ताला लटका रहता है. ऐसे में लोग बैरंग (बिना काम हुए) लौट जाते हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब तीन साल हो गए, यहां पर आंखों का कोई इलाज नहीं हो रहा है. ऐसे में नेत्र रोगों के छोटे छोटे रोगों के इलाज के लिए दूर दूर जाना पड़ता है.
लोगों ने बताया कि अगर दूर ना जाकर निकट में निजी अस्पतालों में जाएं तो वहां पर हजारों रुपए लग जाते हैं. गरीब लोग इतना पैसा नहीं दे पाते, इसलिए उनको कई कठिनाइयों को सहते हुए दूर जाकर अपनी आंखों का इलाज (eye treatment) करवाना पड़ता है.
वहीं, राष्ट्रीय किसान संगठन के अध्यक्ष प्रकाश शर्मा और स्थानीय लोगों ने प्रदेश सरकार और विभाग से जल्द यहां के लिए आंखों के डॉक्टर भेजने की मांग उठाई है, ताकि लोगों को राहत मिल सके. उधर, इस बारे में जब बीएमओ डॉ. अशोक चौहान से बात की तो उन्होंने कहा कि यहां पर आंखों का इलाज करने वाले स्टाफ के लिए सरकार और विभाग को रिपोर्ट भेज दी है और हर माह इसके लिए रिपोर्ट भेजी जाती है.
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