करसोगः प्रदेश को भले ही कोरोना के खौफ को देखते लॉकडाउन कर दिया गया हो, लेकिन करसोग की मैहरन पंचायत के दो गांव में हाल ही में आए उत्तराखंड के श्रमिकों के कारण हड़कंप मच गया है.
जानकारी के अनुसार से आए करसोग की मैहरन पंचायत में उत्तराखंड के 115 श्रमिक एक साथ रह रहे हैं. इसमें 69 लोग शलाणी नाला और 46 लोग गंथल नाला में एक साथ हैं. इसमें दोनों ही जगहों पर 26 लोग 12 मार्च के बाद गांव में बाहर से पहुंच हैं. इससे लोगों में हड़कंप मच गया है.
बताया जा रहा है कि ये लोग यहां किसी सर्वे के सिलसिले में अल्फा जिओ से आए हैं. यहां सभी लोग एक साथ ही सर्वे के कार्य में लगे हैं. ऐसे में देश भर में लगातार बढ़ती कोरोना संक्रमितों की संख्या से देखते हुए गांव के लोग भी अब दहशत में हैं. लोगों को कोरोना वायरस फैलने का अंदेशा सताने लगा है. लोगों ने प्रशासन से इस बारे में उचित कार्रवाई की मांग की है.
पंचायत ने सूचना मिलने के बाद जुटाई जानकारी:
उत्तराखंड से आए लोगों के एक साथ रहने की सूचना मिलने के बाद पंचायत प्रधान राजू देवी और पंचायत सचिव सहित आशावर्करों की टीम जानकारी जुटाने मौके पर पहुंची. इस दौरान उत्तराखंड से आए सभी लोगों की पंचायत में पहुंचने के बारे में जानकारी ली गई.
इस दौरान सामने आया कि कुछ लोग सितम्बर माह में आए हैं, जबकि 26 लोग 12 मार्च के बाद ही शलाणी और गंथल नाला में रहने पहुंचे हैं. इसमें 13 लोग अन्य साथियों के साथ शलाणी नाला में रह रहे हैं, जबकि 13 लोगों साथियों के साथ गंथल नाला में हैं. पंचायत ने जानकारी जुटाने के बाद प्रशासन को इसकी सूचना भेज दी है.
कोरोना के खिलाफ ये कैसी सतर्कता:
कोरोना को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह अलर्ट है. इस बारे में सरकार ने पहले ही एडवाइजरी भी जारी कर रखी है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन की बड़ी चूक सामने आई है. करसोग की सीमा के अंदर बे रोकटोक बाहरी राज्य से एक साथ पहुंच रहे है. जिसकी अभी तक प्रशासन को खबर तक नहीं है.
इन दिनों करसोग के कई गांव में किसी सर्वे का कार्य चल रहा है. जिसके लिए बाहरी राज्य से बड़ी संख्या में लोग उपमंडल के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने अभी तक ऐसे लोगों की जानकारी जुटाना तक जरूरी नहीं समझा. ऐसे में प्रशासन से हुई ये चूक लोगों की जान पर भारी न पड़ जाए.
उचित निर्णय लिया जाएगा: तहसीलदार
तहसीलदार करसोग संजीत शर्मा का कहना है कि उत्तराखंड से आए लोगों के बारे में सूचना मिली है. इस बारे में उच्चाधिकारियों से बात कर जल्द ही उचित निर्णय लिया जाएगा. मैहरन के पंचायत सचिव ऐमन्त कुमार का कहना है कि उत्तराखंड से आए सभी लोगों से पूछताछ की गई है. इसमें 26 लोग 12 मार्च के बाद पंचायत में पहुंचे है. इस बारे में प्रशासन को सूचना दे दी गई है.