मंडीः प्याज की बढती कीमतों से हिमाचल प्रदेश भी अछूता नहीं है. प्याज की कीमतें बढ़ने से प्याज आम लोगों की पहुंच से दूर हो गया. मंडी जिला के सुंदरनगर में धनोटू सब्जी मंडी में थोक में प्याज 80 से 90 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव में बिक रहा है तो सुंदरनगर के बाजारों में प्याज का रिटेल भाव 100 से 120 रुपये पहुंच गया है.
केंद्र सरकार की माने तो इस महीने के अंत तक ही बाजार में नई फसल और निर्यात किया हुआ प्याज आने की उम्मीद है.बाजार में पहुंच रहे लोग एक किलो नहीं बल्कि पाव के हिसाब से प्याज की खरीददारी करने को मजबूर हैं, लेकिन कई जगह एक-एक प्याज के गठे का वजन 300 से 350 ग्राम के बीच भी है.
इस कारण प्याज के एक गठे की कीमत लगभग 30 से 35 रुपये पहुंच गई, जिससे लोग एक प्याज का गठा खरीद वापिस घर लौट कर संतोष कर रहे हैं. ऐसा ही वाकया शुक्रवार को मंडी जिला के सुंदरनगर के नरेश चौक में स्तिथ एक दुकान में देखने को मिला.
जहां एक ग्राहक प्याज खरीदने आया, लेकिन 3 प्याज के गठों का वजन एक किलोग्राम हुआ. इस पर ग्राहक हैरान रह गया. ग्राहक ने प्याज का एक गठा खरीदने का मन बनाया जिसका वजन लगभग 350 ग्राम होने के साथ कीमत 35 रुपये आंकी गई.
वहीं, इस मौके पर ग्राहक विनोद स्वरूप का कहना था कि देशभर में प्याज की कीमतें बढ़ने से लोगो के आंसू निकल चुके हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 4-5 महीने से प्याज की कीमतों में इजाफा हुआ है, लेकिन आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने बयान दिया है की तुर्की से प्याज मंगवाया गया है और वह प्याज जनवरी में भारत पहुंचेगा.
इस पर स्थानीय ग्राहक विनोद स्वरूप ने सरकार के मंत्रियों से सवाल किया है कि प्याज एक ऐसी चीज है जो एक चपरासी से लेकर प्रधानमंत्री के घर में भी सब्जी में डाला जाता है और सरकार के मंत्री ब्यान दे रहे हैं कि हम प्याज और लहुसन का इस्तेमाल नहीं करते.
उन्होंने सरकार के मंत्रियों से सवाल किया है कि अगर आप प्याज-लहसुन का इस्तेमाल नहीं करते हो तो लोग आप की तरह इसका इस्तेमाल पूरा देश नहीं छोड़ सकता है.