धर्मपुर-मंडी: नीलकंठ महादेव मंदिर कांढापतन की सरकारी कमेटी ने मंदिर का कार्यभारी संभाल लिया है. मंदिर परिसर में पहली बैठक एसडीएम धर्मपुर सुनील वर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न भी हो गई जिसमें सबसे पहले सभी सदस्यों का परिचय हुआ और उसके बाद पुरानी कमेटी से मंदिर का लेखा जोखा मांगा गया.
पहले यहां मंदिर कमेटी और थी और अब सरकार ने इस मंदिर का सरकारी करण कर दिया है और कमेटी का अध्यक्ष एसडीएम धर्मपुर को बनाया है. वहीं, बैठक में आने वाली शिवरात्रि को धूमधाम से मनाने का भी निणर्य लिया गया. बैठक में एसडीएम ने मंदिर की वर्तमान संपत्ति और आय के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की. बैठक में उपस्थित सदस्यों से मंदिर की परम्पराओं के बारे में जानकारी ली गई मंदिर परिसर के सौन्दर्यीकरण, मंदिर पुजारी, चौकीदार व सफाई कर्मचारी का ब्यौरा लिया.
बैठक में इन मुद्दों पर हुई चर्चा
बैठक में कमेटी के सदस्यों के साथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था व देखरेख के बारे चर्चा की गई. इसके अलावा मंदिर में चढ़ावे की गणना और लेखा जोखा का प्रबंध, मंदिर में विभिन्न विकास कार्यों की रूपरेखा पर चर्चा की गई. मंदिर में क्या क्या हो सकता है इसमें क्या कार्य करने की जरूरत है इसके बारे में लोगों के सुझाव लेने पर भी सहमति बनी. इस स्थान को कैसे और उभारा जा सकता है इस पर विस्तार पूर्वक चर्चा की और रणनीति भी तैयार की गई.
लघु हरिद्वार के नाम से जाना जाता है कांढापतन
कांढापतन को लघु हरिद्वार के नाम से जाना जाता है और यहां लोगों की आस्था जुड़ी है और इस आस्था को और गहरा कैसे किया जा सकता है इस पर विस्तार से चर्चा की गई. मंदिर सदस्यों को उनके दायित्व के बारे में बताया गया. साथी ही यह निर्णय लिया गया कि कमेटी सदस्यों के अलावा भी उन सभी लोगों का सहयोग लिया जाएगा जिनकी आस्था यहां जुड़ी हुई है. वहीं, पहले से चले आ रहे कार्यक्रमों में जिसमें गंगा दशहरा व शिवरात्रि को आगे भी उसी तर्ज पर करने का निर्णय लिया गया.
हर महीने होगी बैठक
हर माह बैठक होगी जिसमें मंदिंर से जुड़े मुददों पर विस्तारपूर्वक चर्चा के बाद पूरा किया जायेगा । एसडीएम धर्मपुर सुनील वर्मा ने कहा कि कमेटी ने अपना कार्यभार सभांल लिया है. पुरानी कमेटी से मंदिर का लेखा जोखा मांगा गया है. इसके साथ ही मंदिर में क्या-क्या किया जा सकता है इसके बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा हुई. नीलकंठ महादेव मंदिर कांढापतन की सरकारी कमेटी ने शिवरात्रि महोत्सव धूमधाम से मनाने का निणर्य लिया है. इसके साथ ही हर महीने बैठक करने का निर्णय लिया गया.
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