मंडी: केंद्र सरकार ने नकली शहद पर जो सर्जिकल स्ट्राइक की है. इससे देश को आर्थिक लाभ होगा. चीन व अन्य यूरोपियन देशों से जो नकली सिरप आ रहा था. उस पर अब अंकुश लगेगा. यह बात सांसद रामस्वरूप शर्मा ने मंडी में कही.
उन्होंने कहा कि चीन से आने वाले नकली सिरप के बारे में लोकसभा में उन्होंने मामला उठाया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निजी तौर पर पत्र भी लिखा था. सांसद ने कहा कि सरकार ने लोकसभा में उठाए मुद्दे व पत्र पर गौर किया और नकली शहद पर सर्जिकल स्ट्राइक की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था
सांसद रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि गत वर्ष फरवरी मास में शहद में मिलावट के मामले को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था. सांसद ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने सरकार का ध्यान इस ओर दिलाने की पहल की थी. शहद-उत्पादकों की समस्या से पहाड़ के शहद-उत्पादक भी जुड़े हैं.
वहीं, सांसद रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि उन्हें प्रसनता है कि उनके इस दावे का अनुमोदन सेंटर फॉर साइंस एंड एनवॉयरनमेंट ने भी किया है. इस सेंटर ने भारत के खाद्य संरक्षण और मानक प्राधिकरण को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है कि देश की 13 नामी कंपनियों के शहद में मिलावट पाई गई है.
फ्रुक्टोज या ग्लूकोस के नाम से मंगवाया जाता है सिरप
मिलावट के लिए जो सिरप डाला जाता है वह सिरप बदले नाम से फ्रुक्टोज या ग्लूकोस के नाम से मंगवाया जाता है. एफएसएसएआई ने इस सारे मामले की जांच का आश्वासन दिया है. सांसद रामस्वरूप शर्मा द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा था कि मधुमक्खी-पालक शहद-उत्पादन के इस प्राकृतिक एवं आकर्षक व्यवसाय से विमुख हो रहे हैं.
देश का शायद ही कोई ऐसा राज्य होगा जहां शहद-उत्पादन नहीं होता है. इन राज्यों के लगभग ढाई लाख से अधिक किसानों के अथक परिश्रम के कारण ही हमारे देश से वर्ष 2017-18 में 51,547 मीट्रिक टन शहद का निर्यात संभव हो पाया है.