करसोग/मंडी: करसोग में टेंडर लेने के बाद समय पर सड़कों का काम पूरा नहीं हो रहा है. कुछ ठेकेदार काम तो ले रहे हैं, लेकिन टेंडर में तय शर्तों के मुताबिक समय पर काम पूरा नहीं कर रहे हैं. इस लापरवाही से लोगों के बीच भी सरकार की छवि खराब हो रही है.
ऐसे में स्थानीय विधायक ने अब सख्ती दिखाते हुए सभी अधूरी सड़कों का काम जल्द पूरा करने के आदेश जारी कर दिए हैं, ताकि आने वाले समय में लोगों को इन सड़कों का लाभ मिले सके. उपमंडल में 7 सड़कें ऐसी हैं, जिनके टेंडर वर्ष 2017 में लगाए गए थे, लेकिन तीन सालों में भी सड़कों का कार्य पूरा नहीं हुआ है.
इन सभी सड़कों पर सरकार 23.86 करोड़ खर्च कर रही है. ऐसे में ग्रामीणों को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए सरकार की ओर से खर्च की जा रही करोड़ों की धन राशि का जनता को कोई फायदा होते नहीं दिख रहा है.
ये सड़कें चढ़ीं लापरवाही की भेंट
करसोग डिवीजन में जिन 7 सड़कों का काम तीन साल बीतने के बाद भी पूरा नहीं हुआ है. इस पर सरकार 23.86 करोड़ रुपये खर्च कर रही है. इसमें कांडी-धारकांडलू सड़क पर 2.65 करोड़ खर्च किया जा रहा है. इसी तरह कुठेड़-रशोग-दोयम सड़क का काम 4.11 करोड़ में किया जाएगा.
रांगण-घेणी शैदल सड़क पर 2.44 करोड़ खर्च किये जा रहे हैं. मशोग-ग्वालपुर सड़क का काम भी 3.50 करोड़ आवार्ड हुआ है. माहूनाग-सरतेयोला सड़क के निर्माण काम पर 2.95 करोड़ की लागत से पूरा होना था. इसके अलावा माहोटा- बगशाड सड़क के निर्माण काम पर भी 3.03 करोड़ की राशि खर्च होनी हैं.
ऐसे ही पांगणा- मझांगन सड़क पर भी सरकार 5.18 करोड़ खर्च कर रही है. इस सड़क के काम को नवंबर 2018 तक पूरा किया जाना था. वहीं, बाकी छह सड़कों का काम भी जून 2019 तक पूरा करने का समय दिया गया था. ठेकेदारों की इस लापरवाही से जनता में भी भारी रोष है.
विधायक हीरालाल का कहना है कि ठेकेदार टेंडर लेने के बाद काम नहीं कर रहे हैं. ऐसे सभी ठेकेदारों को समय पर काम पूरा करने के आदेश दिए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि यहां 7 सड़कें ऐसी हैं, जिनका काम 2018 और 2019 में पूरा हो जाना चाहिए था.
ये भी पढ़ें: CM ने किया सब्जी मंडी कांगनी के अपग्रेड कार्य का शुभारंभ, 3.21 करोड़ होंगे खर्च